लालू परिवार पर आयकर का शिकंजा, बेटी चंदा यादव से पांच घंटे हुई पूछताछ
चारा घोटाले में सजा पाए लालू प्रसाद इन दिनों खराब स्वास्थ्य के कारण अस्पताल में हैं। भ्रष्टाचार के आरोप उनके परिवार पर भी हैं। जांच एजेंसी के रडार पर उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, दोनों बेटे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अलावा बेटियां और दामाद भी हैं। परिवार की करोड़ों की संपत्ति को जब्त किया जा चुका है। जबकि कई अन्य संपत्ति और आरोपों पर जांच चल रही है। लालू प्रसाद की गैर मौजूदगी ने परिवार की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।
चंदा यादव से हुई पूछताछ : बीते दिनों आयकर विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और छोटे बेटे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव से लंबी पूछताछ की थी। जबकि भ्रष्टाचार के अन्य मामले में लालू प्रसाद की छोटी बेटी चंदा यादव को पूछताछ के लिए समन किया गया था। लेकिन दो बार समन के बाद भी वह आयकर टीम के सामने पेश नहीं हुई थीं। लेकिन सोमवार को वह अचानक दिल्ली स्थित आयकर मुख्यालय में जांच टीम के सामने पेश हुईं, जहां पर चंदा यादव से करीब पांच घंटे तक पूछताछ चलती रही। आयकर विभाग की टीम ने चंदा यादव से कई सवाल पूछे। चंदा यादव ने ज्यादातर सवालों के जवाब हां और ना में ही दिए।
जब्त हुईं थीं 12 संपत्तियां: बता दें कि लालू प्रसाद के परिवार के लगभग हर सदस्य पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। इन्हीं आरोपों पर कार्रवाई करते हुए 20 जून, 2017 को आयकर विभाग ने लालू परिवार की करीब 12 संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इनका बाजार मूल्य आयकर विभाग के मुताबिक करीब 175 करोड़ रुपए था। इसी क्रम में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित 40 करोड़ रुपए कीमत का मकान (डी-1088) जब्त कर लिया गया था। बाद में पता चला कि यह मकान फर्म एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड था। लेकिन इसके वास्तविक लाभार्थी तेजस्वी यादव और उनकी दो बहनें रागिनी व चंदा यादव हैं। अभी भी लालू परिवार की 23 अन्य संपत्तियों की जांच में एजेंसियां जुटी हुई हैं।