शिवसेना का मोदी पर हमला, कहा- पीएम ने खुद दिया मीडिया को मसाला, अब बेहतर है राहुल का अचार पापड़
भाजपा नेताओं को अनावश्यक बयानबाजी से बचने की सलाह देने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने आज कहा कि अतीत में भी इस तरह की चेतावनी का कोई सकारात्मक असर नहीं हुआ है। उद्धव ठाकरे नीत पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद मीडिया को ‘ मसाला ’ दिया है।
शिवसेना ने कहा कि बेमतलब बयानबाजी करने वाले भाजपा नेताओं को दरअसल मोदी ने ही ‘ प्रेरित ’ किया है। मोदी ने रविवार को भाजपा नेताओं और मंत्रियों से ‘ गैर जिम्मेदाराना ’ बयानबाजी से बचने को कहा था। उन्होंने कहा था कि इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है।
शिवसेना के मुखपत्र ‘ सामना ’ ने अपने संपादकीय में कहा , ‘‘ पार्टी की बैठकों में इस तरह का फरमान पहले भी दिया गया है , लेकिन वे निरर्थक साबित हुए हैं क्योंकि भाजपा नेताओं के मन में जो भी आता है , वे बोलते हैं। ’’ मोदी पर हमला तेज करते हुए शिवसेना ने कहा, भाजपा नेताओं और मंत्रियों को हमारे प्रधानमंत्री ने खुद जो कुछ भी मन में आता है उसे बोलने के लिये प्रेरित किया है। ’’ शिवसेना ने कहा, हाल तक मोदी ने खुद मीडिया को ’ मसाला ’ दिया है। अब मीडिया महसूस करती है कि राहुल गांधी और अन्य द्वारा दिया गया मसाला , अचार और पापड़ बेहतर है। ’’ मोदी ने रविवार को भाजपा सांसदों , विधायकों और अन्य प्रतिनिधियों की बैठक में कहा था कि कई बार नेता बयान देने के लिये मीडिया के सामने आ जाते हैं और ‘ मसाला ’ दे देते हैं।
‘ सामना ’ ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता संतोष गंगवार की भी उनके कथित बयान के लिये आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत जैसे बड़े देश में बलात्कार के एक या दो मामलों के लिये हल्ला नहीं मचाया जाना चाहिये।
शिवसेना ने कहा कि गंगवार का बयान महिलाओं का अपमान करने वाला है और उसने आश्चर्य जताया कि कोई क्यों उनका इस्तीफा नहीं मांग रहा है।
सामना ने कहा , ‘‘ मुंबई पर 26 नवंबर को हुए हमले के बाद राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री दिवंगत आर आर पाटिल ने कहा था कि बड़े – बड़े शहरों में इस तरह की छोटी घटनाएं हो जाती हैं। इस बयान को लेकर काफी हंगामा हुआ था और पाटिल को इस्तीफा देना पड़ा था। ’’ सामना ने कहा , ‘‘ गंगवार का अपराध कहीं अधिक गंभीर है। इसके बावजूद वह पद पर बने हुए हैं और किसी ने महिलाओं का अपमान करने के लिये उनसे इस्तीफा नहीं मांगा है। ’’ शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा नीत सरकारों में भाजपा की सहयोगी है , लेकिन विभिन्न मुद्दों पर भगवा पार्टी के नेताओं को निशाना बनाती रहती है।