वसुंधरा राजे से अमित शाह की मुलाकात के बाद भी नहीं तय हो सका राजस्थान भाजपा अध्यक्ष
राजस्थान में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के मुद्दे पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार(26 अप्रैल) को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की और उनसे इस मुद्दे पर चर्चा की। पार्टी मुख्यालय पर दोनों के बीच चली करीब तीन घंटे की बैठक बेनतीजा रही।मीटिंग के नतीजों को लेकर पार्टी का कोई नेता कुछ बोलने को तैयार नहीं है।बीजेपी शीर्ष नेतृत्व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहता है, जिसका शुरुआत से वसुंधरा राजे कैंप यह कहकर विरोध कर रहा है कि उनका जाट विरोध करते हैं और राजपूतों में भी शेखावत की कोई पकड़ नहीं है।
पार्टी मुख्यालय में मीटिंग के बाद बाहर निकलने पर पत्रकारों के पूछने पर वसुंधरा राजे ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपनी पसंद का कोई नाम नहीं उजागर किया, उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा-क्या आप मेरा चेहरा नहीं देख सकते। वसुंधरा राजे के हाव-भाव और बयान से लगा कि वह बुधवार को राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष पद से अशोक परनाम के इस्तीफा देने के बाद से नए अध्यक्ष की नियुक्ति से जुड़ी अपनी आशंकाओं पर मनाने के लिए कामयाब रहीं हैं। पद के लिए शाह की पसंद के बारे में राजे की आशंकाओं पर खासी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक अमित शाह, संगठन मंत्री रामलाल और संयुक्त सचिव वी सतीश के साथ मीटिंग में वसुंधरा राजे ने गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर अपनी आशंकाओं से अवगत कराया। पार्टी 2018 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करना चाह रही है। हाल में अलवर और अजमेर लोकसभा सी तथा मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर बीजेपी को मतदाताओं के असंतोष के कारण कांग्रेस के हाथों सीट गंवानी पड़ी। जिसके बाद बीजेपी राज्य में फूंक-फूंककर कदम उठा रही है। प्रदेश अध्यक्ष पद पर वसुंधरा राजे अपने भरोसेमंद को बैठाना चाहती हैं, वहीं अमित शाह की ओर से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोशिश है। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व और वसुंधरा राजे के बीच मतभेद उभरकर सामने आए हैं। जिसके कारण अमित शाह ने वसुंधरा राजे को मुलाकात के लिए बुलाया था।