चीन दौरे पर नरेंद्र मोदी 24 घंटे के दौरान 6 बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से करेंगे मुलाकात
दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के वुहान शहर में हैं। यहां 24 घंटे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। यह दोनों राष्ट्राध्यक्षों की अनौपचारिक मुलाकात होगी। इस अनौपचारिक मुलाकात को लेकर दोनों नेता किसी तरह की प्रेस वार्ता नहीं करेंगे। यह बैठक दोनों नेताओं की पिछली हर बैठक की तुलना में काफी अलग है। इस बैठक की कोरियोग्राफी नहीं की जाएगी। दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान विवादास्पद मुद्दों जैसे सीमा विवाद संबंधी संयुक्त बयान भी जारी नहीं करेंगे।
यह है कार्यक्रम: सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री शुक्रवार (27 अप्रैल) की सुबह सबसे पहले कुछ छात्रों से मिलेंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर करीब 3.30 बजे वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच ‘दिल से दिल की बात’ होगी। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के अलावा सिर्फ द्विभाषीय मौजूद होंगे। यह मुलाकात मशहूर हुबई म्यूजियम में होगी। इसके बाद दोनों नेताओं की अगली मुलाकात में दोनों राष्ट्राध्यक्षों के साथ दोनों देशों के छह खास प्रतिनिधि होंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी वुहान में माओत्से तुंग के ऐतिहासिक विला के नजदीक इस्ट लेक के पास समय गुजार सकते हैं या नौका विहार कर सकते हैं। इस दौरान बैठक के लिए हालांकि कोई औपचारिक एजेंडा नहीं है और दोनों नेता बातचीत के दौरान विवादस्पद मुद्दों जैसे सीमा विवाद संबंधी संयुक्त बयान भी जारी नहीं करेंगे।
इन मुद्दों पर हो सकती है बातचीत: चीन के लिए जाते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के वर्तमान रिश्तों, भविष्य में संबंधों को बेहतर बनाने की रणनीति, और विकास संबंधी मुद्दों पर बातचीत होगी। पीएम मोदी और शी जिनपिंग की इस मुलाकात को पिछले साल के डोकलाम विवाद के बाद इसे दोनों देशों के रिश्तों में विश्वासबहाली का एक अभूतपूर्व कदम माना जा रहा है।.पर्सनल केमिस्ट्री के जरिए दोनों नेता आपसी रिश्तों को मजबूत बनाने पर जोर देंगे।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास गुजराती शाकाहारी भोजन का इंतजाम किया गया है। ऐसी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री शी जिनपिंग के लिए तोहफा भी ले गए हैं। चीनी मीडिया भी दोनों नेताओं की इस मुलाकात को दोनों देशों के भविष्य के लिए मील का पत्थर बता रहा है।