ट्रेन में मिले खराब खाना और सुविधाएं तो तुरंत रेलवे को बताइये, शुरू हुई ये सुविधा

ट्रेन में खराब खाने को लेकर अक्सर ट्रेनों में लोगों और वेंडरों के बीच झगड़ा होता रहता है। अब रेलवे ने यात्रियों को सुविधा दी है कि प्रीमियम ट्रेनों में मिलने वाले खाने और सुविधाओं में क्या कमी है इसकी जानकारी तुरंत इंडियन रेलवे को दे सकते हैं। इंस्टेंट फीडबैक के लिए रेलवे टेबलेट्स का इस्तेमाल करेगी। यह ठीक उसी तरह होगा जैसे बड़े रेस्टोरेंट्स में किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक टेबलेट्स तेजस, राजधानी, अगस्त क्रांति और शताब्दी एक्सप्रेस में उपलब्ध करा दिए गए हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 14 सितंबर को पहली बार ट्रायल के लिए टेबलेट्स का इस्तेमाल अहमदाबाद-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में किया गया। आईआरसीटीसी के प्रवक्ता ने कहा कि इन टेबलेट्स से हमें कस्टमर का फीडबैक तुरंत मिल जाएगा।

इससे न सिर्फ हमें केवल खाने और सर्विसेज को सुधारने में मदद मिलेगी बल्कि इससे हमें कस्टमर का फीडबैक भी मिलेगा। हमें टेबलेट्स मिल चुके हैं और हमने अपने स्टाफ को दे दिए हैं। आईआरसीटीस वेस्ट जॉन के जनरल मैनेजर अरविंद मालखेड़े ने बताया कि टेबलेट्स को शनिवार (16 सितंबर) से तेजस और राजधानी एक्सप्रेस में पैसेंजर के फीडबैक के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।

इसमें मौजूद फीडबैक सॉफ्टवेयर पैसेंजर का नाम, मोबाइल नंबर और ट्रेन की डिटेल्स स्टोर करेगा। यह यात्रा के दौरान खाने के अनुभव के बारे में सवाल पूछेगा। फीडबैक देने के बाद पैसेंजर को मोबाइल पर मैसेज मिलेगा। इसमें फीडबैक के लिए पैसेंजर को धन्यवाद दिया जाएगा, साथ ही यह भी देखा जाएगा कि दी गई असली है या नहीं। यह बात तेजस एक्सप्रेस में एक यात्री के अनुभव के बाद सामने आई है।

गौरतलब है कि ट्रेन के सभी रिजर्व कोचों के बाहर एक रिजर्वेशन चार्ट लगाया जाता है। इस चार्ट में पैसेंजर का नाम सीट नंबर और कहां से कहां तक जाना है इसकी डिटेल्स दी होती हैं। अब रेलवे ने फैसला किया है कि वह ट्रेन के कोच के बाहर चार्ट नहीं लगाएगी। रेलवे ने तय किया है कि वह नई दिल्ली, मुंबई सेंट्रल, मुंबई सीएसटी, चैन्नई सेंट्रल, कोलकाता हावड़ा जंक्शन और कोलकाता शियालदह जंक्शन से बनकर चलने वाली ट्रेनों के कोचों पर चार्ट नहीं लगाएगी। अब इसमें सबसे बड़ी  दिक्कत उन लोगों को होगी जिनका रिजर्वेशन वेटिंग में या फिर आरएसी में होता है और सीट का अखिरी वक्त में पता चलता है।

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