Video: दिल्ली के पॉश इलाक़े में दिनदहाड़े एक युवती पर टूट पड़े तीन लड़के, मदद को चिल्लाती रह गई युवती
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से गंभीर सवाल उठे हैं। दक्षिणी दिल्ली के वसंत विहार इलाके में तीन शख्स दिनदहाड़े एक युवती पर टूट पड़े। वह मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन राहगीर या तो वहां से किनारा कर जाते रहे या वीडियो बनाने में जुट गए। तीनों युवक एक कार से आए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने युवती को कुचलने का प्रयास किया था। तीनों युवकों ने उसे अगवा करने की भी कोशिश की। इस पर पीड़िता ने शोर मचाना शुरू कर दिया था। वह रोते हुए वहां से गुजरने वाले लोगों से बचाने की गुहार लगा रही थी और कह रही थी कि उस पर गाड़ी चढ़ा दी जाएगी। इसके बावजूद वहां से गुजरने वाले लोग मूकदर्शक बन चलते बने। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मामूली झगड़ा के तहत शिकायत दर्ज की है। दक्षिणी दिल्ली में महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं सामने आने के बाद भी पुलिस इसको लेकर सजग नहीं हुई है।
SHOCKING! Attempt to kidnap and murder in broad daylight in Delhi
SHOCKING! Attempt to kidnap and murder in broad daylight in Delhi
Posted by Republic on Friday, April 27, 2018
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में दक्षिण दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं होने की बात सामने आई थी। पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली को महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित पाया था। इस क्षेत्र में बलात्कार की सबसे ज्यादा घटनाएं होने की बात भी सामने आई थी। खासकर पॉश इलाकों जैसे वसंत विहार, मालवीय नगर, वसंत कुंज और मेहरौली से ऐसे मामले सबसे ज्यदा आए थे। दुष्कर्म के अलावा दक्षिणी दिल्ली में छेड़छाड़ की भी सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। महिलाओं के लिए असुरक्षित होने के बावजूद पुलिस की ओर से सुरक्षा-व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जाता है। बता दें कि वर्ष 2012 का निर्भया कांड भी दक्षिणी दिल्ली में ही हुआ था। दरिंदों ने पीड़िता के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थीं। बलात्कार करने के अलावा उसे शारीरिक तौर पर भी यातनाएं दी गई थीं। इसके कारण इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। देश के विभिन्न हिस्सों में इसको लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद सरकार ने दुष्कर्म को लेकर बेहद सख्त कानून लाया था। हालांकि, इसके बावजूद दक्षिणी दिल्ली में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगाया जा सका है।