मदरसे में बलात्कार: आरोपी मौलवी के घर का दरवाजा तोड़कर तोड़फोड़, जमकर लगाए सांप्रदायिक नारे
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (27 अप्रैल, 2018) को उस मौलवी गिरफ्तार कर लिया है जिसके मदरसे में कथित तौर पर दस वर्षीय बच्ची से बलात्कार हुआ था। पुलिस रेप के आरोपी (17) को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में पुलिस का कहना है कि मौलवी से पूछताछ की जा रही है कि क्या उन्हें इस बात की जानकारी थी जब युवक बच्ची को मदरसे में लाया है। एसटीएफ की क्राइम ब्रांच टीम ने मौलवी को पोक्सो एक्ट के सेक्शन 21(2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार के दिन गाजियाबाद स्थित मौलवी के बाहर कुछ लोग इकट्ठा हुए और घर का दरवाजा तोड़ दिया। घर के अन्य हिस्सें में तोड़फोड़ की गई। सांप्रदायिक नारें लगाए गए। मौलवी की पत्नी चार दिन पहले ही ताला लगाकर अपने माता-पिता के घर जा चुकी है। पत्नी का आरोप है कि सुबह करीब 11 बजे वह अपनी मां के घर नमाज पढ़ रहीं थीं तब उनके घर में तोड़फोड़ की गई। मां का घर मौलवी के घर के आसपास ही है। मौलवी की पत्नी का कहना है कि उनके पति बेगुनाह हैं लेकिन कुछ लोगों और मीडिया का कहना है कि पति ने ही यह अपराध किया है।
साहिबाबाद के एसएचओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मौलवी के घर के बाहर करीब 100 लोग पहुंचे थे। इसमें ज्यादातर महिलाएं थीं। भीड़ का दावा था कि वो नई पार्टी अजय शिव सेना के सदस्य हैं। हमारी फोर्स मदरसे के बाहर तैनात थी। यह जगह मौलवी के घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर है। हालांकि माहौल को देखते हुए मौलवी की पत्नी ने पति के घर में रहने के पर शंका जाहिर की है।
पत्नी का दावा है कि उन्होंने पांच महीने पहले ही नया मकान बनाया था। हालांकि परिवार पिछले पांच सालों से इसी इलाके में रहता आया है। मदरसा भी मौलवी ने स्थापित किया है। पत्नी का यह भी दावा है कि जिस पुलिस ने जिस वक्त बच्ची को बरामद किया तब तब आस-पड़ोस में भी उनके पति नहीं थे।