हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट में धमाका, पीएम मोदी करने वाले हैं उद्घाटन
नेपाल में भारत की पनबिजली परियोजना के कार्यालय में रविवार (29 अप्रैल) को विस्फोट हुआ है। इस पनबिजली परियोजना को भारत सरकार ने शुरू किया है। संखुवासभा के मुख्य जिला अधिकारी शिवराज जोशी ने कहा कि अज्ञात हमलावरों ने रविवार तड़के अरुण तृतीय परियोजना के कार्यालय पर हमला किया। इस विस्फोट में इमारत की दीवार ढह गई। उन्होंने कहा कि पुलिस पहले ही घटना की जांच शुरू कर चुकी है। 900 मेगावाट की परियोजना का संचालन 2020 तक शुरू होना था। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मई को नेपाल की यात्रा के दौरान इस परियोजना का उद्घाटन करने वाले हैं। इस विस्फोट के बाद पीएम के नेपाल दौरे को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। नेपाल में भारतीय संपत्तियों पर एक महीने के भीतर किया गया यह दूसरा विस्फोट है। बता दें कि 17 अप्रैल को विराटनगर में भारतीय दूतावास के फील्ड ऑफिस के पास एक प्रेशर कूकर में बम विस्फोट हुआ था, जिसमें परिसर की दीवारें ढह गई थीं।
नेपाल सरकार के अधिकारी शिवराज जोशी के मुताबिक 900 मेगावाट क्षमता के अरुण -3 हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट का दफ्तर राजधानी काठमांडू से 500 किलोमीटर दूर खांडबरी-9 तुमलिंगटर में स्थित है। यहीं पर यह धमाका हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस धमाके में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। इस प्रोजेक्ट के लिए पीएम मोदी और तत्कालीन नेपाली प्रधानमंत्री सुशील कोइराला के बीच 25 नवंबर 2014 को हस्ताक्षक हुआ था। भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम ने इस समझौते पर दस्तखत किए थे।
बता दें कि नेपाल इस वक्त बिजली की किल्लत से जूझ रहा है। ऐन मौके पर यह जल परियोजना नेपाल के लोगों के लिए रौशनी की एक किरण है। यह बिजली परियोजना ना सिर्फ नेपाल को बिजली मुहैया कराएगा, बल्कि इससे हजारों लोगों को नौकरियां भी मिलेंगी। इस प्रोजेक्ट में 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च होंगे।