राजस्थान सरकार का आदेश: 14 फरवरी को ‘वैलेंटाइन्स डे’ के दिन अब मनाया जाएगा ‘मातृ-पितृ पूजन’ दिवस
राजस्थान सरकार ने 14 फरवरी को मनाए जाने वाले ‘वैलेंटाइन्स डे’ को ‘मातृ-पितृ पूजन’ दिवस के तौर पर मनाने का आदेश जारी किया है। यह दिन प्यार का इजहार करने के लिए मशहूर माना जाता है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक राजस्थान सरकार ने बीते 23 अप्रैल को इस बाबत सर्कुलर जारी किया। मातृ-पितृ पूजन दिवस को सालाना कलेंडर शिविरा पंचांग में भी जगह दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के शिक्षा मंत्री वसुदेव देवनानी ने इस साल की शुरुआत में ही विधानसभा में इस कदम को उठाए जाने को लेकर सरकार का इरादा स्पष्ट कर दिया था। 5 मार्च को देवनानी ने कहा था कि इस कदम का उद्देश्य विद्यार्थियों के मन में उनके माता पिता के प्रति प्यार बैठाना है। देवनानी ने कहा था कि विद्यार्थियों को किसी और से प्यार करने से पहले अपने माता-पिता से प्यार करना सीखना चाहिए। राजस्थान सरकार के आदेश के मुताबिक प्रेमी जोड़ों के बीच प्यार के इजहार के दिन के तौर पर मनाए जाने वाले वैलेंटाइन्स डे को 2019 से मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
बता दें कि वैलेंटाइन्स डे को लेकर देश के कई हिन्दू संगठनों में अलग-अलग धारणाएं हैं। पिछली बार के वैलेंटाइन्स डे पर कई हिन्दू संगठनों की तरफ से भारी बवाल मचाने की खबरें सामने आई थींं। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने प्रेमी जोड़ों के साथ बदतमीजी की थी कहीं-कहीं तोड़फोड़ आदि की घटनाएं भी देखी गई थीं। देश के कुछ इलाकों में पशुओं की शादियां कराकर इस दिन का विरोध जताया गया था। कहीं भेड़-बकरियों तो कहीं कुत्तों का विवाह कराए जाने की तस्वीरें सामने आई थीं।
हिन्दू संस्कृति की रखवाली का दावा ठोकने वाले एक दल ने हफ्तों पहले से वैलेंटाइंस डे के खिलाफ पोस्टर और बैनर लगाकर विरोध करना शुरु कर दिया था। इस दौरान पोस्टरों पर लव-जिहाद से आगाह रहने के भी संदेश और तस्वीरें पोस्टरों पर देखी गई थीं। पिछले वैलेंटाइन्स डे पर कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी। राजस्थान सरकार ने यह आदेश ऐसे समय जारी किया है जब अगला वैलेंटाइन्स डे आने में तकरीबन 10 महीने बाकी है।