सरकारी अधिकारी को गोली मारने की घटना संज्ञान लेते हुए भड़का सुप्रीम कोर्ट, पूछा- क्या कर रही थी पुलिस
उच्चतम न्यायालय ने कसौली में एक सरकारी अधिकारी को गोली मारने की घटना पर स्वत : संज्ञान लिया है। महिला अधिकारी उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर होटल मालिक की संपत्ति में अवैध निर्माण को सील करने गई थी। लेकिन होटल मालिक ने उन्हें गोली मार दी जिसमें महिला अधिकारी की मौत हो गई।
न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने इस घटना को अत्यधिक गंभीर बताया और कहा कि सरकारी अधिकारी न्यायालय के निर्देश का पालन करने के लिए अवैध निर्माण को सील करने वहां गए थे।
सहायक टाउन एंड कंट्री प्लानर शैलबाला शर्मा नारायणी गेस्ट हाउस में अवैध निर्माण को सील करने कल कसौली गई थीं जहां गेस्ट हाउस के मालिक विजय सिंह ने उन्हें कथित तौर पर गोली मार दी। बाद में महिला अधिकारी की मौत हो गई। पीठ ने कहा , ‘‘ अगर आप लोगों की जान लेंगे तो शायद हम कोई भी आदेश पारित करना बंद कर दें। ’’ पीठ ने घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि यह मामला प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के समक्ष लाया जाए ताकि कल वह इसे उचित पीठ के पास भेजा सकें।
उच्चतम न्यायालय ने यह भी पूछा कि सीलिंग अभियान के दौरान सरकारी अधिकारियों के साथ गया पुलिस दल उस समय क्या कर रहा था जब होटल मालिक ने महिला अधिकारी को कथित तौर पर गोली मारी। हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से पेश वकील ने पीठ को बताया कि सरकारी अधिकारियों पर गोली चलाने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। इस घटना में महिला अधिकारी की मौत हो गई जबकि लोक निर्माण विभाग का एक अधिकारी घायल हुआ है।