पीएम मोदी के नाम खत लिखकर तमिलनाडु का ये 17 साल का युवा झूल गया फांसी के फंदे पर
तमिलनाडु में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, दरअसल यहां 17 साल का एक युवा पीएम मोदी के नाम एक खत लिखकर फांसी के फंदे पर झूल गया। युवक की पहचान 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले नमक्कल इलाके के एक छात्र के रुप में हुई है। घटना तमिलनाडु के तिरुनवेली की है, जहां रहने वाला युवक अपने पिता के शराब पीने से इतना आहत हुआ कि उसने पीएम मोदी और तमिलनाडु के सीएम ई पलानीस्वामी के नाम एक खत लिखकर खुदकुशी कर ली। छात्र ने इस खत में तमिलनाडु में शराब की बिक्री पर बैन लगाने की मांग की है।
पीएम मोदी और सीएम पलानीस्वामी के नाम लिखे इस खत में मृतक छात्र ने मांग की है कि उसके पिता को उसका अंतिम संस्कार करने की अनुमति ना दी जाए और उसका अंतिम संस्कार उसके किसी रिश्तेदार के हाथों कराया जाए। बता दें कि बीते चुनाव में एआईएडीएमके ने जे. जयललिता के नेतृत्व में ऐलान किया था उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद राज्य में शराब पर बैन लगाएगी। हालांकि अन्य राजनैतिक पार्टियों का सहयोग ना मिलने के कारण अभी तक यह ऐलान परवान नहीं चढ़ सका था। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु देश का ऐसा पहला राज्य है, जिसमें शराब की बिक्री पर पूर्ण पाबंदी थी। हालांकि साल 1971 में तत्कालीन डीएमके सरकार ने यह बैन हटा लिया था।
वहीं पड़ोसी राज्य केरल में करीब 4 साल हुई शराबबंदी के बाद से तमिलनाडु में भी फिर से शराबबंदी करने की मांग उठने लगी थी। बता दें कि राज्यों को शराब की बिक्री से बड़ी संख्या में राजस्व की प्राप्ति होती है, ये भी एक वजह है, जिस कारण राज्य सरकारें शराब बंदी करने में दिलचस्पी नहीं दिखाती हैं। तमिलनाडु सरकार को सरकारी दुकानों से शराब की बिक्री से करीब 27000 करोड़ रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है। जे. जयललिता की मृत्यु के बाद दिसंबर 2016 में ई.पलानीस्वामी सरकार ने राज्य में 500 शराब की दुकानें बंद की हैं। हालांकि उसके बाद से कोई अन्य कदम नहीं उठाया गया है। बता दें कि बिहार सरकार भी राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर चुकी है। बिहार के अलावा गुजरात में भी लंबे समय से शराब की बिक्री पर रोक है।