मध्य प्रदेश: बीजेपी की मंत्री अपनी ही सरकार के कामकाज से नाराज, धरने पर बैठने की धमकी

गर्मियों के दिनों में हर साल देश के कई इलाकों में पीने के पानी का संकट उठ खड़ा होता है। मध्य प्रदेश के भी कई हिस्सों में यह समस्या हर साल आती है। लिहाजा, हर साल की तरह इस साल भी मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भी पानी का संकट गहराया हुआ है। सरकार की सिंध नदी से घरों तक पानी पहुंचाने की योजना पूरी न होने की वजह से लोगों में नाराजगी भी है। नाराजगी नीचे से लेकर ऊपर तक है। इसी वजह से शनिवार (05 मई) को स्थानीय विधायक और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया विकास कार्य की रफ्तार धीमी देख भड़क गईं और उन्होंने सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने की धमकी दे दी। सिंध नदी से पानी घर-घर तक पहुंचाने के लिए सिंध जल आवर्धन योजना बनाई गई। इस योजना का वर्ष 2009 से काम चल रहा है, मगर अब तक घरों में पानी नहीं पहुंचा है। स्थानीय विधायक और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जब शनिवार को सिंध जल आवर्धन योजना का जायजा लिया तो उन्होंने जल वितरण पाईप लाइन के काम में खामी पाई, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई।

खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया योजना का निर्धारित काम समय पर पूरा न होने से नाराज हो गईं। उन्होंने इस परियोजना का काम देख रही दोशियान कंपनी के अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि अभी तक ग्वालियर बायपास से करोंदी तक पाइप लाइन क्यों नहीं जुड़ पाई है? उन्होंने कहा कि हालात देखकर लगता है कि अब मुझे भी धरने पर बैठना होगा।

 गुस्से भरे लहजे में खेल मंत्री ने शिवपुरी कलेक्टर को दोशियान कंपनी पर कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि इस कंपनी का काम ढीला है इसलिए इस पर कार्रवाई की जाए। बता दें कि जल आवर्धन योजना को पूरा कराने के लिए स्थानीय लोगों ने जल क्रांति सत्याग्रह चलाया हुआ है। बीते 15 दिनों से यह धरना जारी है। इस धरने को शहर के लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है। बता दें कि इस साल के आखिर तक मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने हैं। लिहाजा, शिवराज सिंह चौहान सरकार और उनके मंत्री अपने-अपने इलाकों में विकास कार्यों की न केवल समीक्षा कर रहे हैं बल्कि समय पर उसे पूरा कराने की कोशिशों में जुटी है।

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