मणिपुर में आईईडी ब्लास्ट में हुई सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों की मौत
अभी एक बड़ी खबर आ रही है कि मणिपुर से। यहां आईईडी ब्लास्ट में सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों की मौत हो गई है। बीएसएफ मुख्यालय स्थित कोइरेंगी कैम्पस के पास यह आईईडी ब्लास्ट हुआ है। यह धमाका कैसे हुआ है? अभी इसको लेकर भी पूरी जानकारी नहीं मिली है। आपको बता दें कि अक्सर इन इलाकों में उग्रवादी ऐसे धमाकों को अंजाम देते हैं। क्या इस धमाके में भी उग्रवादियों का ही हाथ है? अभी यह भी साफ नहीं हो सका है। धमाके के बाद यहां सुरक्षाबल पूरे इलाके की छानबीन में जुट गए हैं। इस धमाके में एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है। जबकि एक अन्य नागरिक और एक जवान के घायल होने की सूचना है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस धमाके से आसपास की दुकानों को भी नुकसान हुआ है।
हालांकि अभी तक किसी भी गुट ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। यह उग्रवाद प्रभावित इलाका है और मणिपुर की सीमाएं म्यांमार से सटी हुई हैं। लिहाजा इस धमाके में उग्रवादियों का हाथ होने की पूरी आशंका है। धमाके के बाद कई तस्वीरें भी सामने आई हैं। तस्वीरों में दिख रहा है कि इस जोरदार ब्लास्ट के बाद आसपास के दुकानों और मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। सुरक्षाबल के जवान तहस-नहस हो चुके दुकानों के मलबे हटाने में जुटे हुए हैं। धमाके के बाद पूरे इलाके के सुरक्षाबलों ने घेर लिया है और सघन तलाशी अभियान भी चलाई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार (9 मई) को दोपहर करीब 2 बजे के आसपास यह धमाका हुआ है। धमाका उस वक्त हुआ जब बीएसएफ के जवान कोइरेंगी सेक्टर स्थित सेना के मुख्यालय कैंप के गेंट के पास तैनात थे। यह मुख्यालय दिमापुर-इम्फाल हाई-वे पर पड़ता है। आपको याद दिला दें कि पिछले साल अर्धसैनिक बल के जवानों और भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों के बीच भयंकर मुठभेड़ हुई थी। यह मुठभेड़ म्यांमार सीमा से सटी मणिपुर के चंदेल जिले में हुई थी। मुठभेड़ में घंटों फायरिंग हुई थी और एक उग्रवादी मारा गया था।