17 वर्षीय दलित लड़की ने मनचले को मोबाइल नंबर नहीं दिया तो युवक ने उसे जिंदा जला दिया।
उत्तर प्रदेश में दलित उप्तीड़न का नया मामला सामने आया है। यहां राज्य के आजमगढ़ में 17 वर्षीय दलित लड़की को बुरी तरह पीटने के दो दिन पर एक युवक ने कथित तौर पर उसे जिंदा जला दिया। आरोप है लड़की ने युवक को फोन नंबर नहीं दिया तो उसने इस अपराध को अंजाम दिया। घटना के बाद पीड़िता के परिवार ने एससी एसटी आयोग से मुलाकात की है। खबर के मुताबिक आयोग के चेयरमैन ब्रिज लाल ने पीड़िता को 8.5 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने का वादा किया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीड़िता के परिवार को एक घर भी और आग झुलसी नाबालिग के इलाज का पूरा खर्च भी उठाने की बात कही गई है।
लड़की को गंभीर हालत में शिव प्रसाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित का शरीर 80 फीसदी तक आग में झुलस चुका है। हालांकि वह पूरी घटना की जानकारी देने में सक्षम थी। बयान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले में आयोग के चेयरमैन ब्रिज लाल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पीड़िता से मिलने के लिए पहले मैं वाराणसी पहुंचा। करीब अस्सी फीसदी आग में झुलसने के कारण वह अपना बयान देने में समर्थ नहीं थी। हालांकि इसके बाद मैंने पीड़िता की मां से मुलाकात की।
दूसरी तरफ मामले में पुलिस का कुछ और ही कहना है। पुलिस ने बताया कि दोनों एक-दूसरे के दोस्त थे और फोन के जरिए बातचीत करते थे। इस दौरान लड़की ने अचानक आरोपी से बातचीत बंद कर दी। जिसके बाद वह बीते सोमवार को पीड़िता के घर पहुंचा और नया नंबर मांगने लगा। इस दौरान पीड़िता ने नया नंबर देने से मना कर दिया। इससे गुस्साए आरोपी ने पहले तो उससे बुरी तरह मारपीट की और बाद में आग के हवाले कर दिया। ये जानकारी आजमगढ़ सदर के सर्किल ऑफिसर अकमल खान ने दी है।