लालू के परोल पर फंसा पेंच तो तेजस्वी ने मिला दिया झारखंड के सीएम को फोन, पूरी कहानी
चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद अपने बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव के वैवाहिक समारोह में शरीक होने के लिए तीन दिनों की पैरोल पर गुरुवार (10 मई) की शाम पटना पहुंचे। पटना हवाई अड्डा पहुंचने पर उनके दोनों पुत्रों तेजप्रताप, तेजस्वी और पुत्री मीसा भारती सहित बड़ी संख्या में मौजूद राजद के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। हालांकि लालू यादव को वक्त घर पहुंचाने में जिस शख्स का अहम रोल रहा वो थे झारखंड के सीएम रघुवर दास। दरअसल लालू को परोल मिलने की सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बावजूद कानूनी कार्रवाई में मामला फंस गया और लालू को रिम्स से निकलने में देर होने लगी। लालू यादव रिम्स में अपना इलाज करवा रहे हैं।
बुधवार (9 मई) को रिम्स ने लालू यादव को सफर के लिए फिट घोषित कर दिया। लेकिन उसी दिन शाम तक खबर आई कि लालू यादव का आवेदन रांची में प्रशासनिक गलियारों में फंस गया है। लालू परिवार को लगने लगा कि अगर थोड़ी भी देर हुई तो लालू शादी के सभी समारोहों में शिरकत नहीं कर पाएंगे। द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक आरजेडी के एक नेता ने बताया कि लालू परिवार के लोग दनादन झारझंड में वरिष्ठ अफसरों को फोन घुमाने लगे। आरजेडी नेता ने कहा, “राबड़ी देवी जी और परिवार के दूसरे सदस्य जानना चाहते थे कि दिक्कत कहां हुई है, तेजस्वी जी ने सबसे पहले झारझंड के प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम, एसकेजी रहाते और आईजी जेल हर्ष मंगला को फोन लगाया। लेकिन इन लोगों ने तेजस्वी यादव के फोन कॉल का जवाब नहीं दिया।” इसके बाद तेजस्वी यादव ने झारखंड के सीएम रघुवर दास को फोन करने का मन बनाया।
आरजेडी नेता ने आगे कहा, “तेजस्वी ने कुछ मिनटों तक झारखंड़ के सीएम से बात की, उन्होंने सीएम से आरजू की कि लालू यादव की परोल के आवेदन को जल्द आगे बढ़ाया जाए, जिससे की वह अपने बड़े बेटे की शादी में शरीक हो सकें, तेजस्वी ने रघुवर जी को कहा कि उनके पिता की सेहत अच्छी नहीं है, इसलिए यदि सरकार उन्हें जल्द से जल्द परोल पर रिलीज कर दे तो अच्छा होगा, तेजस्वी ने यह भी कहा कि अच्छा नहीं लगेगा यदि परिवार का मुखिया अपने बड़े बेटे की शादी में मौजूद नहीं हो” इसके बाद रघुवर दास ने तेजस्वी यादव भरोसा दिलाया कि वह निजी रूप से इस मामले को देखेंगे और जल्द से जल्द लालू को परोल दिलाने की कोशिश करेंगे।