दोबारा जेल जाने से डरते हैं संजय दत्त, बताया- कैद में हुए कौन से ‘खास अनुभव
बॉलीवुड स्टार संजय दत्त की फिल्म ‘भूमि’ जल्द ही रिलीज होने जा रही है। वहीं संजय दत्त इस फिल्म को लेकर काफी एक्साइटेड हैं। संजय दत्त ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। वहीं पर्सनल लाइफ में अप एंड डाउन्स के चलते बॉलीवुड में कई बार कमबैक किया है। अब संजय दत्त अपनी मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘भूमि’ से कमबैक कर रहे हैं। इस बार भी फिल्म को लेकर संजय काफी एक्साइटेड हैं वहीं संजय बताते हैं कि उन्हें एक चीज का डर रहता है।
संजय कहते हैं कि वह वापिस जेल जाने से सबसे ज्यादा डरते हैं, वह डरते हैं कि अब दोबारा कहीं उनकी आजादी उनसे दूर न हो जाए। वह कहते हैं कि आजादी का मतलब आप तब समझते हैं जब आप उसका सही मतलब जानते हों। आप जिंदगी में सब कुछ पा सकते हैं, पैसे से बहुत सारी चीजें खरीद सकते हैं लेकिन स्वतंत्रता की शांति को नहीं खरीद सकते। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक संजय दत्त कहते हैं, ‘जब मैं जेल में था, तो समझ गया था कि मुझे काफी वक्त तक यहां रहना है। तो रोना धोना और सोचना कि ये मेरे साथ क्या हो गया है, वह सब
‘मैं भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त हूं। मैं उस चीज को पढ़ता हूं जिस पर मैं विश्वास करता हूं। इस दौरान मैंने हिंदू स्क्रिप्चर पढ़ा, मैंने गीता, रामायण, महाभारत, शिवमहा पुराण और गणेश पुराण पढ़ा। मैंने अपने वेदों के बारे में पढ़ा और राहू-केतू के बारे में जाना। ..और मैं इस मामले में पंडित बन गया (हंसते हुए)। अब तो जब पंडित जी घर आते हैं तो मैं उन्हें पहले ही कह देता हूं कि पंडित जी इसके लिए ये श्लोक पढ़िए।’
संजय कहते हैं कि अपनी जिंदगी में उन्होंने बुरी परिस्थितियों से गुजरने के बाद उन पर जीत हासिल की है। कई लोग हैं जो मुझसे ड्रग एडिक्शन के बारे में जानना चाहते हैं। मैंने ये किया है, इसलिए मैं बाकी लोगों की मदद कर सकता हूं जिन्हें इसकी लत है। मैं इस बारे में आज की जनरेशन से बात करना चाहता हूं, उन्हें कहना चाहता हूं कि अगर मैं इन सबसे बाहर निकल सकता हूं तो आप भी बाहर निकल सकते हैं। उन्हें मेरी गलतियों से सीखना चाहिए।’