कर्नाटक एग्जिट पोल्स: कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा, बीजेपी सबसे आगे
कर्नाटक की 224 में से 222 विधान सभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया है। दो सीटों आरआर नगर और जयानगर सीटों पर चुनाव टल गया है। यहां बाद में मतदान होगा। राज्य में सत्ता की चाबी जनता ने इस बार किसे सौंपी है, यह तो पुख्ता तौर पर 15 मई को ही पता चल पाएगा, जब चुनावी नतीजे आएंगे लेकिन उससे पहले तमाम समाचार चैनलों ने सर्वे एजेंसियों के साथ मिलकर किये एग्जिट पोल्स के नतीजे जारी किये हैं। पोल ऑफ एक्जिट पोल्स के अनुसार 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी को 98 सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस को 88 सीटों पर जीत मिल सकती है। बहुमत के लिए 113 सीटें जीतना जरूरी है। पोल ऑफ एक्जिट पोल्स के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) 33 सीटें मिलेंगी और अगर त्रिशंकु विधानसभा हुई तो सरकार बनाने में उनका रोल अहम होगा। वोटों की गिनती मंगलवार 15 मई को होगी।
अगर इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल सर्वे की बात करें तो उसके मुताबिक कर्नाटक में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने के आसार हैं। सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 106 से 118 सीटें मिलने के आसार हैं, जबकि बीजेपी को 79 से 92 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं। जेडीएस को नंबर तीन पर रखा गया है। जेडीएस को 22 से 30 सीटें मिलती हुई दिखाई गई हैं।
एबीपी न्यूज-सी वोटर एक्जिट पोल में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की भविष्यवाणी की गई है। इसके मुताबिक बीजेपी को 97-109 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस को 87-99 सीटें मिल सकती हैं। जेडीएस और उसके सहयोगियों को 21-30 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं। सर्वे के मुताबिक अन्य के खाते में 1-8 सीटें जा सकती हैं।
एनडीटीवी के पोल ऑफ एक्जिट पोल के मुताबिक किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के आसार हैं। पोल ऑफ एग्जिट पोल के मुताबिक राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनने की संभावना है। वैसे बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी हो सकती है। पोल ऑफ एक्जिट पोल के अनुसार बीजेपी को 100 जबकि कांग्रेस को 86 सीटें मिल सकती हैं। जेडीएस और उसके सहयोगियों के खाते में 33 आ सकती हैं। यह सात एक्जिट पोल का औसत है।
पिछले चार सालों में कई राज्य हार चुकी कांग्रेस के लिए कर्नाटक का किला बचाना बहुत जरूरी होगा, जबकि भाजपा 2019 से पहले कर्नाटक जीतकर लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मजबूत दावेदारी के साथ उतरने की फिराक में है। मतदान से पहले यहां अगर ओपिनियन पोल की बात करें तो इस बार किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता नजर आ रहा है। 13 अप्रैल को जारी किए आजतक ने अपने सर्वे में कांग्रेस को 95 सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी। इसी सर्वे में भाजपा को 82 और जेडीएस को 39 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी।