कर्नाटक चुनाव में जेडीएस ने बता दिया अपना शुरुआती स्टैंड
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर ने चुनाव परिणाम आने से पहला अपना शुरुआती स्टैंड साफ कर दिया है। दरअसल जिस ढंग से एक्जिट पोल के नतीजे आ रहे हैं और उसमें कर्नाटक में इस बार त्रिशुंक विधानसभा रहने की बात कही जा रही, जिससे जेडीएस खुद को संभावित किंग मेकर की भूमिका में मानकर चल रही है। अटकलें लगतीं रहीं कि जेडीएस बीजेपी को समर्थन देकर गठबंधन सरकार बनवा सकती है मगर जेडीएस ने ऐसी किसी भी अटकलों को खारिज कर दिया है। एनडीटीवी से बातचीत में पार्टी के प्रवक्ता दानिश अली ने कहा कहा कि बीजेपी के साथ जाने का सवाल नहीं उठता। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सौ से कम सीट पाती है तो उसकी जिम्मेदारी है कि वह समर्थन के लिए संवाद करे।
वहीं जब जनता दल सेक्युरल के प्रवक्ता दानिश अली न पूछा गया कि क्या बहुमत न मिलने की स्थिति में कांग्रेस को भी पार्टी समर्थन दे सकती है, इस पर पार्टी प्रवक्ता दानिश अली ने कहा-यह कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह समर्थन के लिए संवाद करे। सियासी गलियारे में इसका अर्थ निकाला जा रहा है कि जनता दल सेक्युरल बीजेपी और कांग्रेस दोनों के साथ संभावनाएं टटोल रही है। जिसके साथ मुफीद लगेगा उसी के साथ पार्टी गठबंधन करेगी। यही वजह है कि पार्टी ने कांग्रेस के साथ समर्थन करने से इन्कार नहीं किया है।
बता दें कि कर्नाटक में अब तक नौ एक्जिट पोल हुए हैं। सभी पोल राज्य में त्रिशुंक विधानसभा होने के संकेत दे रहे हैं। किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 122 सीट जरूरी है। एक्जिट पोल्स में कांग्रेस भले ही बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है मगर उसे बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीटों का बड़ा अंतर भी नहीं दिख रही है। एक्जिट पोल्स में जनता दल सेक्युलर को 31 से 32 सीटें मिलतीं दिख रहीं हैं। जिससे माना जा रहा है कि कर्नाटक में सरकार बनाने में देवगौड़ा की पार्टी ही किंगमेकर की भूमिका निभाएगी।