जब मधुबाला के प्यार में दीवाने हो गए थे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री
फिल्म इंडस्ट्री में मधुबाला को कौन नहीं जानता। वह किसी इंट्रोडक्शन की मोहताज नहीं हैं। हाल ही दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में उनका मोम का पुतला लगाया गया है। वह हुस्न की मल्लिका थीं। कहा जाता है कि जो भी उनके साथ काम करता था उन्हें अपना दिल दे बैठता था। जिसमें प्रेमनाथ, केदार शर्मा, से लेकर दिलीप कुमार, किशोर कुमार जैसों दिग्गजों की एक लंबी लिस्ट हमें मधुबाला के चाहने वालों की मिल जाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री रहे जुल्फिकार अली भुट्टो भी मधुबाला को अपना दिल दे बैठे थे? नहीं जानते तो कोई बात नहीं चलिए आज हम बताते हैं।
बॉलीवुड इंड्रस्टी की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस मधुबाला की डायरी के जितने पन्ने हम उलटते हैं, उनमें से कुछ पन्नों में हमें आज भी अलग ही कहानियां लिखी मिलती हैं। हालांकि कहते हैं कि मधुबाला की डायरी को उनके निधन के बाद उनके पिता ने मधुबाला के साथ ही हमेशा के लिए दफन कर दिया था। लेकिन उनके ऊपर लिखी तमाम किताबों का जब विश्लेषण करते हैं। तब हमें मधुबाला के बारे में कई अनसुने किस्से मालूम होते हैं।
यह वाकया हिंदी सिनेमा के मील का पत्थर कहे जानी फिल्म मुगल-ए-आजम की शूटिंग के दौरान का है। जब दिलीप कुमार से उनका ब्रेकअप हो चुका था। तब मधुबाला पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो मधुबाला के काफी करीब आ गए थे।
50 के आखिर के दशक में जुल्फिकार अली भुट्टो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में रहते थे। हालाकि वो शादीशुदा थे। लेकिन जब वो फिल्म मुगले-ए-आजम की शूटिंग देखने के लिए रूके तो। मधुबाला के साथ काफी वक्त बिताते थे। यहां तक कि जुल्फिकार अली भुट्टो लंच भी कभी कभी मधुबाला के साथ किया करते थे। साथ ही वो मधुबाला के साथ फ्लर्ट करने की कोशिश भी करते थे।
जुल्फिकार उस समय पहले से ही शादीशुदा थे। बावजूद इसके उन्हे मधुबाला से प्यार हो गया था। मधुबाला भी जुल्फिकार के साथ काफी खुश रहा करती थी। लेकिन इन दोनों की ये प्रेम कहानी कुछ आगे नहीं बढ़ पाई थी।
बाद में मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी कर ली। और जुल्फिकार हमेशा के लिए पाकिस्तान में सेटल हो गए। जुल्फिकार अली भुट्टो बाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी बने थे। वहीं मधुबाला धीरे-धीरे अपनी लाइलाज बीमारी की वजह से उन्होंने हम सभी को अलविदा कह दिया था।