पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव हिंसा में 13 लोग मरे, 5 पत्रकार जख्मी, गृह मंत्रालय द्वारा राज्य से मांगी गई रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल में आज (14 मई) पंचायत चुनाव के लिए मतदान समाप्त हुआ। राज्य में वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई थी, जो शाम के पांच बजे तक चली। जगह-जगह पोलिंग बूथों पर लोग मतदान करने के लिए लंबी पंक्तियों में नजर आए। महिलाओं से लेकर बुजुर्ग, हर वर्ग से लोग वोट देने के लिए घर से निकले। पीटीआई के अनुसार, दोपहर 3 बजे तक 56 फीसदी वोटिंग हो गई थी।
मतदान के लिए राज्य में सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए थे। तकरीबन नौ हजार पुलिसकर्मियों को इस चुनाव के मद्देनजर ड्यूटी पर तैनात किया गया था। हालांकि, कई जगहों पर पोलिंग बूथ पर मतदान रोकने की कोशिश करने और वोटरों को रोकने का मामला सामने आया।
चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा भी देखने को मिली। कहीं थप्पड़ चले, तो कहीं पर चाकू से हमला किया गया। राज्य में हिंसा के चलते अब तक कुल 13 लोगों की जान गई, जबकि अलीपुरद्वार में 5 पत्रकार कवरेज के दौरान घायल हुए। वहीं, कूच बिहार में हिंसा हुई, जिसमें 20 लोगों गंभीर रूप से जख्मी हुए। हर हिंसा की घटना में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगे।
आपको बता दें कि यह चुनाव बंगाल के 20 जिलों में हो रहा है, जिसमें 621 जिला परिषद और 6157 पंचायत समितियां आती हैं। यहां करीब 31, 827 ग्राम पंचायतें हैं। चुनाव में मतों की गिनती 17 तारीख को की जाएगी।
गृह मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक, राज्य सरकार से पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा को लेकर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। साथ ही यह पूछा गया है कि उसने इस दौरान शांति, कानून एवं न्याय व्यवस्था बरकरार रखने के लिए कौन से कदम उठाए थे। कड़े सुरक्षा इंतजामात के बावजूद राज्य में कुल 13 लोगों की मौत हुई हैं।
बंगाल पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएं हुई हैं। गृह मंत्रालय ने इन्हीं का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को इस संबंध में रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं।