महाराष्ट्र् का एक ऐसा विधानसभा सीट जहाँ बीजेपी और शिवसेना दे रहे हैं कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन
महाराष्ट्र् की राजनीति में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि कांग्रेस का कोई उम्मीदवार अपनी विरोधी पार्टियों भाजपा और शिवसेना के ‘समर्थन’ से चुनाव जीतने जा रहा है। बता दें कि महाराष्ट्र के सांगली जिले की पालुस-कादेगांव विधानसभा सीट पर 28 मई को उप-चुनाव होने हैं। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार विश्वजीत कदम, कांग्रेस के दिग्गज नेता पतंगराव कदम के बेटे हैं, जो कि इस उप-चुनाव में इस सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इन उप-चुनावों से नाम वापस लेने का कल अंतिम दिन था और हैरानी की बात है कि भाजपा के उम्मीदवार ने कल अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया। उल्लेखनीय है कि शिवसेना और एनसीपी पहले ही कांग्रेस के उम्मीदवार विश्वजीत कदम को अपना समर्थन देने का फैसला कर अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला कर चुके हैं। वहीं 7 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले चुके हैं।
अब भाजपा उम्मीदवार के भी अपनी उम्मीदवारी रद्द करने के फैसले के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार विश्वजीत कदम का निर्विरोध चुनाव जीतना लगभग तय हो गया है। राज्य चुनाव आयोग सांगली से अधिकारिक रिपोर्ट मिलने के बाद विश्वजीत कदम के नाम का विजेता के तौर पर ऐलान कर देगा। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत का कहना है कि अब सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवार की जीत का सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है। भाजपा उम्मीदवार ने भी रेस से बाहर होने का फैसला किया है, निर्दलीय उम्मीदवार पहले ही मैदान से बाहर हो चुके हैं। ऐसे में अब सिर्फ विश्वजीत कदम ही रेस में बचे हैं। सावंत ने कहा कि शायद ऐसा पहली बार होगा कि कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार भाजपा और शिवसेना के समर्थन से चुनाव जीतने जा रहा है। कांग्रेस के नेताओं से इस बात से इंकार किया है कि उन्होंने भाजपा या शिवसेना से विश्वजीत कदम के लिए समर्थन मांगा था। कदम को यह जीत अपने दम पर और अपने पिता के भाजपा और शिवसेना नेताओं के साथ अच्छे संबंधों के आधार पर हासिल होगी।
बता दें कि सांगली की पालुस कादेगांव सीट पर उप-चुनाव मौजूदा विधायक पतंगराव कदम के निधन के कारण आयोजित कराए जा रहे हैं। पतंगराव कदम महाराष्ट्र में शिक्षा के क्षेत्र का बड़ा नाम थे और वांगली-बिलावडी विधानसभा सीट से 6 बार विधायक चुने गए थे। पतंगराव कदम सांगली में बड़े ही सम्मानित नेता थे और भाजपा और शिवसेना नेताओं के साथ ही उनके बड़े ही अच्छे संबंध रहे। अब पतंगराव कदम की मृत्यु के बाद कांग्रेस ने उनके बेटे विश्वजीत कदम को अपना उम्मीदवार बनाया है। विश्वजीत कदम यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विश्वजीत साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और भाजपा के अनिल सिरोले ने उन्हें भारी अंतर से पराजित किया था। अब पालुस कादेगांव विधानसभा के उप-चुनाव में मिलने जा रही जीत विश्वजीत की पहली जीत होगी।