आंध्र प्रदेश में नाव हादसे में मरने वालों की संख्या 12 हुई, करीब 10 लोग अभी भी लापता
आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में गोदावरी नदी में एक नाव के डूबने के बाद कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद 10 लोग लापता है जिनके डूबने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने हादसे में शिकार हुए प्रत्येक व्यक्ति के निकट परिजन को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह हादसा पूर्वी गोदावरी के मनतूरू गांव में मंगललवार को हुआ और इसका संभावित कारण खराब मौसम माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि बचाव दल को डूबी हुई नौका का पता लगाने के लिए घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी। बाद में इसे खींचकर तट तक लाया गया और इसमें से दो बच्चों सहित 12 लोगों के शव निकाले गए। दस अन्य का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
मौके पर आए मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू ने कहा कि इसके लिए मानवीय चूक मुख्य रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि घटना के लिए जिम्मेदार लोग बच नहीं पाएंगे। नायडू ने कहा कि खराब मौसम की चेतावनी आधा घंटे पहले ही जारी कर दी गई किंतु नौका में ऐसी कोई संचार प्रणाली नहीं थी जिसके जरिए इसे सुना जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे के शिकार हुए लोगों के परिवार से एक योग्य व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी और उनके लिए एक मकान भी बनवाया जाएगा।
यह नौका हादसे के समय देवीपत्तनम से राजामहेन्द्रवरम जा रही थी और इसमें 35-40 यात्री सवार थे। पश्चिम गोदावरी के पुलिस अधीक्षक रवि प्रकाश ने आज सुबह बताया कि कम से कम 13 लोग तैरकर सुरक्षित तट पर पहुंच गए। नाव तेज हवाओं के कारण कल पलट गई थी। नाव सतह से कम से कम 40 फुट की गहराई पर नदी की तलहटी की रेत में फंस गयी और उसे बुधवार सुबह खींचकर तट पर लाया गया।
नौसेना के अलावा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन सेवा, राजस्व एवं पुलिस विभाग तलाशी एवं बचाव अभियान में लगे हुए हैं। इससे पहले नौसेना के हेलीकाप्टर ने हवाई चक्कर लगाने के बाद इस नौका का पता लगाया। हेलीकाप्टर में विशाखपट्टनम के पूर्वी नौसेना कमान के विशेषज्ञ गोताखोर थे। नौका से शवों को निकालना गोताखोरों के लिए बहुत ही मशक्कत भरा काम रहा क्योंकि नौका के सभी दरवाजे एवं खिड़कियां भीतर से बंद थीं। शुरुआती दो शव कांच की खिड़कियां तोड़कर निकाले गए।