4 रुपए और महंगा हो सकता है पेट्रोल, डीजल के भी बढ़ेंगे दाम!
खबरों की मानें तो जल्द ही पेट्रोल के दाम 4 रुपए प्रति लीटर तक महंगे हो सकते हैं। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि हालिया कर्नाटक चुनावों के चलते पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी देखने को नहीं मिली है। चूंकि अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दामों में काफी बढ़ोत्तरी हुई है, ऐसे में फ्यूल रिटेलर्स अपने मार्जिन लेवल को भरने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। बता दें कि दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 75.32 रुपए प्रति लीटर है, जोकि पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा है। वहीं डीजल के रेट भी दिल्ली में 66.79 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है, जोकि डीजल का अभी तक का सबसे ज्यादा रेट है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्वीटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि हमारा अंदाजा है कि तेल विपणन कंपनियों को अपने कुल मार्केटिंग मार्जिन को सामान्य करने के लिए डीजल में 3.5-4 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल में 4-4.5 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी करनी पड़ सकती है। बता दें कि इस बढ़ोत्तरी की गणना अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर तेल और डीजल के दामों में स्थिरता और रुपए और डॉलर के दाम को स्थिर मानकर की गई है। रिपोर्ट का कहना है कि कर्नाटक चुनावों के कारण पिछले 3 हफ्तों में पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी नहीं हुई थी, जिससे कुल विपणन मार्जिन में काफी अंतर आ गया है, जिसे पाटने के लिए यह बढ़ोत्तरी की जा सकती है।
14 मई से ऑयल मार्केटिंग कंपनियां प्रतिदिन तेल की कीमतों की समीक्षा कर रही हैं। अनुमान है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को तेल की बढ़ी कीमतों और डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने के चलते 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। बता दें कि अन्तरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत अप्रैल से लेकर अब तक 78.84 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 82.98 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है, जिसके अभी और बढ़ने के आसार हैं। वहीं डीजल के दामों की बात करें तो यह 84.68 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 88.93 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए हैं। वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया 67.06 से गिरकर 66.62 रुपए प्रति डॉलर हो गया है, जिससे निर्यात लागत काफी बढ़ गई है।