राहुल गांधी का आरोप- भारत में पाकिस्तान जैसा माहौल बना रहा RSS
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर तीखा हमला बोला है। राहुल 73वें और 74वें संविधान संशोधन के सिल्वर जुबली के मौके पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित ‘जनस्वराज सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए आरएसएस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में भय का माहौल व्याप्त है और संविधान पर गंभीर खतरा है। राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर देश की प्रत्येक लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्जा जमाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रमुख ने जनवरी में सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करने का भी हवाला दिया। राहुल ने कहा, ‘न्यायपालिका डर के साये में है, प्रेस डर के साये में है और यहां तक कि भाजपा के सांसद भी भय के माहौल में जी रहे हैं। भजापा सांसद प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के सामने एक शब्द भी नहीं बोल सकते हैं।’
संविधान भी खतरे में: राहुल गांधी ने भाजपा पर संविधान पर भी हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ‘देश का संविधान भी गंभीर खतरे में है। कर्नाटक में एक तरफ विधायक हैं और दूसरी तरफ राज्यपाल। आप देख सकते हैं कि आरएसएस एक बाद दूसरे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों में अपने लोगों को भरने की कोशिश में जुटा है। फिर चाहे वह सांसद, विधायक, प्रेस या योजना आयोग ही क्यों न हो। आरएसएस देश के हर संस्थान में पैठ बढ़ाता जा रहा है। ऐसा पाकिस्तान या तानाशाही में होता है।’ कर्नाटक प्रकरण को लेकर कांग्रेस और भाजपा में तल्खी बेहद बढ़ गई है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़े दल के तौर उभरी है, लेकिन पार्टी को पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है। भाजपा को 104 तो कांग्रेस और जेडीएस को क्रमश: 78 और 38 सीटें प्राप्त हुई हैं। ऐसे में कांग्रेस ने जेडीएस नेता एचडी. कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर सत्ता संघर्ष को हवा दे दी।
भाजपा और कांग्रेस-जेडीएस ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। राज्यपाल वजूभाई वाला ने भाजपा को सरकार बनाने को न्योता दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर को येदियुरप्पा के सीएम पद की शपथ लेने से गुरुवार (17 मई) शाम तक रोक लगाने की मांग की थी। शीर्ष अदालत ने देर रात इस पर सुनवाई करते हुए शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। साथ ही भाजपा से विधायकों की सूची भी मांगी है। अब इस मामले पर 18 मई को सुबह 10:30 बजे सुनवाई होगी।