असम के बीजेपी विधायक को नोटिस, आयोग के सामने साबित करनी होगी भारतीय नागरिकता
अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक को अपनी भारतीय नागरिकता साबित करनी होगी। एक ट्रिब्यूनल ने बीजेपी विधायक किशोर नाथ को नोटिस भेजा है और कहा है कि वो अपनी भारतीय नागरिकता साबित करें। किशोर नाथ असम के बोरखाला विधानसभा सीट से विधायक हैं। इस मामले में द फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल नंबर 1 कछार ने विधायक के परिवार के छह सदस्यों को भी नोटिस भेजा है। इधऱ इस मामले में बीजेपी विधायक किशोर नाथ ने कहा है कि वो जल्द ही इस नोटिस का जवाब देंगे। उन्होंने दावा किया कि उनका जन्म बाराक वैली में हुआ है और वो एक भारतीय हैं उन्होंने आगे कहा कि इस बात को वो जल्द ही साबित कर देंगे।
ट्रिब्यूनल ने इस मामले में किशोर नाथ की पत्नी नीलिमा नाथ उनके चार भाइयों माटीलाल नाथ, प्रदीपनाथ, जगदीश नाथ मानिक नाथ को भी नोटिस भेजा है। इधर इस मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने बीजेपी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि बीजेपी के एक विधायक भारतीय नहीं हैं और बीजेपी को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
नोटिस जारी होने के बाद अब विधायक को अपने भारतीय होने के तमाम कागजात कोर्ट में दिखाने होंगे। बतलाया जा रहा है कि ट्रिब्यूनल ने यह नोटिस बॉर्डर पुलिस की एक रिपोर्ट के आधार पर दी है। विधायक का कहना है कि साल 2008 और 2012 के बीच लोगों के कागजातों की जांच की गई थी। उस वक्त अधिकारियों ने सही तरीके से यह जांच नहीं की थी, जिसकी वजह से लोगों को ऐसी परेशानियां आ रही हैं। आपको बता दें कि बीजेपी विधायक और उनके पूरे परिवार को यह नोटिस ऐसे समय में दिया गया है जब असम के मूल बाशिंदों की गिनती की जा रही है। पड़ोसी देशों से आए लोगों की पहचान के लिए यह गिनती की जा रही है।