कांग्रेस की किरकिरी! पार्टी के विधायक बोले- बीजेपी से नहीं मिला रिश्वत का ऑफर, फर्जी है ऑडियो
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई थी। लेकिन, कांग्रेस ने जनता दल सेक्युलर के नेता एचडी. कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रख दिया था। जेडीएस द्वारा इसे स्वीकर करने के बावजूद भाजपा नेता बीएस. येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली थी, लेकिन विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इस बीच, कांग्रेस ने कई ऑडियो टेप जारी कर भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया था। अब कांग्रेस के ही एक विधायक ने पार्टी के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। दरअसल, कांग्रेस ने एक ऑडियो जारी कर बीजेपी पर विधायक की पत्नी को प्रलोभन देने का आरोप लगाया था। येल्लापुर से कांग्रेस एमएलए शिवराम हेब्बार ने फेसबुक पोस्ट जारी कर इस ऑडियो को फर्जी बताया है। उन्होंने फर्जी क्लिप लाने वालों की निंदा भी की है। कांग्रेस ने कई ऑडियो क्लिप जारी किया था। पार्टी ने तो यहां तक दावा किया था कि इनमें से एक क्लिप में बीएस. येदियुरप्पा की आवाज है।
हेब्बार ने फेसबुक पर कन्नड़ में पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘मुझे बहुत देर में सूचना मिली थी कि न्यूज चैनल पर मेरी पत्नी की भाजपा के लोगों से बातचीत हुई है। टेप में मेरी पत्नी की आवाज नहीं है और उन्हें भाजपा नेताओं की ओर से कोई फोन नहीं आया था। ऑडियो टेप फर्जी है और मैं इसकी निंदा करता हूं।’ भाजपा ने येल्लापुर विधायक का फेसबुक पोस्ट सामने आने के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘येल्लापुर के कांग्रेस विधायक ने फेसबुक पोस्ट जारी कर इस बात का खंडन किया है कि उनकी पत्नी के पास भाजपा की ओर से फोन आया था। उन्होंने ऑडियो क्लिप को फर्जी बताया है। कांग्रेस को सरासर झूठ बोलने और गलत सूचना फैलाने के लिए शर्म आनी चाहिए।’ अमित मालवीय ने न्यूज चैनलों को भी आड़े हाथ लिया। बता दें कि विधानसभा चुनाव का परिणाम सामने आने के बाद भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस में से किसी को भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ था। लेकिन, कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी थी और कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री के तौर पर भी स्वीकार कर लिया था। दोनों दलों के पास पर्याप्त संख्या बल था। इसके बावजूद भाजपा ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।