डायरेक्टर मेघना गुलजार बोलीं- हमारे घर में ‘बिछड़े हुए लोगों’ की तरह देखे जाते हैं पाकिस्तानी
डायरेक्टर मेघना गुलजार की आलिया भट्ट स्टारर फिल्म ‘राजी’ दर्शकों के दिलों को खूब भा रही है। फिल्म में आलिया ने ‘सहमत’ बनने में जितनी मेहनत की है उससे भी कई ज्यादा मेहनत मेघना ने राजी बनाने में की है। इसके चलते एक्टर और डायरेक्टर दोनों की मेहनत सफल हुई है। फिल्म कश्मीर में बसी एक लड़की की कहानी है। जो अपनी जिंदगी देश के नाम कर देती है। इसके चलते उसकी शादी एक पाकिस्तानी ऑफिसर से करा दी जाती है। इस दौरान वह अपने पिता की ही नहीं बल्कि देश की बेटी बनकर पाकिस्तान एक बहू, एक पत्नी और एक जासूस बनकर पहुंचती है।
इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में मेघना गुलजार कहती हैं कि ‘मैं अपने पिता (गुलजार) की बेटी हूं। तो ऐसे में उन्होंने मुझे पालापोसा बड़ा किया है। तो कुछ चीजें मुझमें हैं लेकिन उनके इमोशन्स उनके हैं। उनके एक्सपीरियंस उनके हैं। वहीं मेरे एक्सपीरियंस और इमोशन्स मेरे हैं। लेकिन जब मैं फील करती हूं कि मेरे पिता के रिलेशन बॉर्डर पार कैसे हैं, मैं देखती हूं जब वह वहां जाते हैं तो कितनी गर्मजोशी के साथ वह आपस में मिलते हैं। यह सब मैंने देखा है।’
मेघना बताती हैं, ‘हमारे घर में कभी भी ऐसा माहौल नहीं रहा कि देश पार वह सब हमारे दुश्मन हैं। वह हमेशा कहते रहे-‘हमारे बिछड़े हुए लोग’ वह यह लाइन हमेशा बोलते हैं वह भी बड़ी ही खूबसूरती के साथ। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- हमारे घर के बुजुर्ग हैं जो नहीं चाहते कि हम मिलें। तो हम उनसे बाहर जाकर मिलते हैं। छुपके मिलते हैं।’