तीसरी वर्षगांठ पर केजरीवाल सरकार देगी मुफ्त वाई-फाई की सौगात
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार अगले साल अपनी तीसरी सालगिरह मनाने जा रही है। इस मौके पर राजधानी के लोगों को मुफ्त वाई-फाई की सौगात मिल सकती है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि शहर में जगह-जगह हॉटस्पॉट बनाने के लिए उपयुक्त स्थानों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद इस परियोजना की निगरानी कर रहे हैं, लिहाजा उम्मीद की जानी चाहिए कि इसको अमली जामा पहनाने में ज्यादा अड़चनें नहीं आएंगी। हालांकि आला अफसरों व सियासी नेतृत्व में अहम मसलों पर जारी टकराव को इस मामले में एक बड़ी बाधा जरूर माना जा रहा है।
सनद रहे कि आप सरकार अगले साल फरवरी में अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करेगी। अधिकारियों के मुताबिक, ऐसी तैयारी की जा रही है कि मुफ्त वाई-फाई योजना को सरकार की सालगिरह के मौके पर ही पूरे शहर में शुरू किया जाए।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पिछले दिनों इस मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों की एक बैठक भी की। योजना के अनुसार कुल तीन चरणों में सात-आठ सौ प्रमुख स्थानों पर वाई-फाई हॉटस्पॉट बनाने की योजना है। पहले चरण की शुरुआत अगले साल फरवरी में होने की संभावना है। इस परियोजना पर 18 से 20 करोड़ रुपए के शुरुआती खर्च का अनुमान जताया गया है। आपको बता दें कि बिजली की कीमतों को आधा करने और मुफ्त पानी की आपूर्ति करने के अलावा मुफ्त वाई-फाई की सुविधा देना भी आम आदमी पार्टी का अहम चुनावी वादा था, जिसे पूरा करने में वह अब तक नाकाम रही है। विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर लगातार सरकार को कठघरे में भी खड़ा किया जाता रहा है। ऐसे में सरकार इस परियोजना को अमली जामा पहनाकर जहां अपना चुनावी वादा पूरा करना चाहती है, वहीं विपक्ष को भी करारा जवाब देना चाहती है।
जानकारों का कहना है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद आप के रणनीतिकारों को यह लगने लगा है कि अनधिकृत कालोनियों व झुग्गी-झोपड़ियों में उनका वोट बैंक भले बहुत ज्यादा न खिसका हो, लेकिन युवाओं और मध्यम वर्ग के बीच उनकी लोकप्रियता का ग्राफ बहुत तेजी से गिरा है। माना जाता है कि मुफ्त वाई-फाई के वादे ने दिल्ली के युवाओं को बहुत गहरे तक प्रभावित किया था, लेकिन इस वादे के पूरा नहीं होने से नौजवानों में निराशा भी उतनी ही गहरी हुई है। शायद यही वजह है कि सूबे की सरकार युवाओं की नाराजगी दूर करने में मुस्तैदी से जुट गई है।