वीडियो: ‘जो हमसे टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा’, ममता बनर्जी ने बुलंद किया विपक्ष का नारा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने विपक्ष का नारा बुलंद करते हुए कहा है कि जो हमसे टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा। टीएमसी प्रमुख कर्नाटक की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंची थीं। ममता बनर्जी ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यहां सभी क्षेत्रीय पार्टियां कुमारस्वामी को सपोर्ट करने के लिए मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हम लगातार क्षेत्रीय पार्टियों के संपर्क में हैं। हम सभी देश के विकास के लिए एकजुट होकर काम कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि अगर राज्य मजबूत हैं तो केंद्र हमेशा मजबूत होगा। इसलिए हमारा नजरिया बिल्कुल साफ है कि हम मुलाकात कर सकते हैं, मिल सकते हैं और बाचतीत कर सकते हैं।
जब ममता बनर्जी से भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को लेकर यह सवाल पूछा गया कि अमित शाह का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी क्षेत्रीय पार्टियों के साथ आने के बाद भी नरेंद्र मोदी के रास्ते में कोई रुकावट पैदा नहीं होगी, तो इस सवाल के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि एक पार्टी के नेता अपनी पार्टी के बारे में बोल सकते हैं। मैं यह कह सकती हूं कि हम यहां क्षेत्रीय पार्टियों को मजबूत करने के इरादे से आए हैं और आगे भी हम ऐसा करते रहेंगे। क्योंकि जब हम कोई वादा करते हैं तो हम उसे पूरा करते हैं।
पत्रकारों ने जब वहां आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू से पूछा कि अमित शाह विपक्षी की इस गोलबंदी पर निशाना साधते हैं तो चंद्रबाबू नायडू ने जवाब देते हुए कहा कि अगर वो ताना मारना चाहते हैं तो उन्हें मारने दें। लेकिन तभी ममता बनर्जी ने बीच में उनकी बातों को रोकते हुए कहा कि हिंदी में किसान और मजदूर अक्सर कहा करते हैं कि जो हमसे टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा। इसी तरह सिर्फ क्षेत्रीय पार्टियों से टकराव रखना कभी काम नहीं आता। अगर क्षेत्रीय पार्टियां हैं तब ही राष्ट्र मजबूत होगा। अगर क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ आती हैं तो उनकी ताकत सबसे बड़ी होगी। यह समझना चाहिए।
आपको बता दें कि इससे पहले बेंगलुरु में जेडीएस नेता कुमारस्वामी को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ समारोह में विपक्ष के करीब-करीब सभी नेता मौजूद थे। मंच पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शरद पवार, शरद यादव, तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी. चंद्रबाबू नायडू समेत कई नेता मौजूद थे।