पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान बोले- दोनों मुल्कों के ज्यादातर लोग शांति चाहते हैं
सुर साम्राज्ञी लता मंगेश्कर के ‘अल्लाह तेरो नाम’ का अनुवाद गाने वाले पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान का कहना है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। राहत ने भारत-पाक शांति योजना के तौर पर गीत को नए तरीके से गाने के लिए कौशिकी चक्रवर्ती से करार किया है। गीत के पाश्र्व में महात्मा गांधी की वास्तविक आवाज है, जिसमें वह शांति और सहनशक्ति पर भाषण दे रहे हैं। एक बयान के अनुसार, ऑक्सफोर्ड के एक बैंड ‘द फ्यूजन प्रोजेक्ट’ ने यह मुहिम शुरू की है। बैंड में पश्चिमी और भारत के शास्त्रीय संगीतकार हैं।
राहत ने कहा, “मैंने यह गाना इसलिए चुना, क्योंकि यह मुझे शांति का संदेश देता है। यह एकता का संदेश देता है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में मेरे छात्रों में से एक ने इसके नए रूप को संगीत दिया है।” उन्होंने कहा, “उन्होंने जब यह गाना शुरू किया, मुझे वास्तव में बहुत अच्छा लगा। भारत और पाकिस्तान के बीच शांति सिर्फ मेरी कामना नहीं है। शायद यह हम लोगों में से ज्यादातर लोगों की है। आखिरकार, हम लोगों की सभ्यता लगभग एक जैसी है।”
इसी साल भारतीय फिल्म निर्माण ‘वेलकम टू न्यूयार्क’ के लिए एक गीत ‘इश्तेहार’ को नए तरीके से गाने के लिए राहत को विरोध का सामना करना पड़ा था। बता दें कि इसी साल उरी हमले के बाद से पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलीवुड में बैन करने की बात हुई थी। इस मुद्दे पर बॉलीवुड का ज्यादातर हिस्सा बैन के खिलाफ खड़ा नजर आया था। वहीं बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर बैन का समर्थन करते नजर आए थे। उन्होंने एक बयान में कहा था कि, ‘मेरे लिए पाकिस्तानी कलाकार और बाकी सब बाद में आते हैं, सबसे पहले मेरा देश है। देश के अलावा मैं किसी को भी नहीं जानता और न ही जानना चाहूंगा। कलाकार देश के सामने खटमल की तरह हैं।’