गैंगरेप के बाद जब पुलिस ने नहीं सुनी तो आहत 14 साल की नाबालिग बच्ची ने खुद को लगा ली आग
उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के शिवाला कला थाना क्षेत्र में सामूहिक बलात्कार की एक पीड़िता ने खुदकुशी कर ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सामूहिक दुष्कर्म से आहत होकर पीड़िता ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। मामले में पुलिस की कोताही भी सामने आई है। हालांकि पुलिस अधीक्षक फटकार के बाद संबंधित थाने के दरोगा ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक शिवाला कलां थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी बीते मंगलवार (22 मई) की रात ताहिर नाम के पड़ोसी के घर कुछ सामान लेने गई थी। इस मौके पर ताहिर ने अपने दो पड़ोसियों निसार और सरफराज को बुलाकर किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। किशोरी के शोर मचाने पर उसकी बहन मौके पर पहुंची तो तीनों आरोपी फरार हो गए। इस घटना से आहत किशोरी ने घर पहुंचकर अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। गंभीर रूप से घायल किशोरी को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतका के परिजनों का आरोप है कि उन लोगों ने रात में ही पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस ने बयान लेने तक की कार्रवाई नहीं की। मामला अधिकारियों के संज्ञान में बुधवार (23 मई) को आया। पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह ने गुरुवार (24 मई) को बताया कि किशोरी पड़ोस में कद्दूकस मांगने के लिए गई थी, जहां उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद किशोरी ने घर पहुंचकर खुद को आग लगा ली। उन्होंने कहा कि लापरवाह दारोगा के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि सरकार ने हाल ही में बलात्कार से संबंधिक कानूनों में कड़ाई की है, लेकिन इसका असर होता नहीं दिख रहा है। रोजाना बलात्कार की खबरों से अखबार पटे पड़े रहते हैं और समाचार चैनलों की सुर्खियों में भी बने रहते हैं। पिछले दिनों के रेप के मामलों के लेकर देश में आए उबाल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ इंसाफ होने की बात कही थी। उन्होंने कठुआ और उन्नाव रेप के मामलों के बाद विपक्ष और देशवासियों के तमाम प्रदर्शनों से बने माहौल के बाद एक कार्यक्रम में प्रतिक्रिया दी थी।