नाइजीरिया में सैनिकों का महिलाओं पर जुर्म, आतंकियों के चंगुल से छीन महिलाओं का किया बलात्कार

बुधवार को एमेनेस्टी इंटरेनशनल की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। नाइजीरिया में आतंकी संगठन बोको हराम पर कार्रवाई और फिर इस कार्रवाई के बाद आम नागरिकों पर सेना के जुल्म-ओ-सितम के बारे में इस रिपोर्ट में विस्तृत चर्चा की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नाजीरियाई सेना ने बोको हराम के कई बड़े ठिकानों पर फायरिंग कर उनके ठिकानों को तहस नहस तो कर दिया है। लेकिन सेना ने नागरिकों पर भी अंधाधुंध फायरिंग की है और इस फायरिंग में कई घर भी तबाह हो गए हैं। रिपोर्ट में नाईजीरियाई सैनिकों पर बेहद ही गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। कहा गया है कि यह बहुत चौंकाने वाली बात है कि जो महिलाएं पहले से ही बोको हराम के चंगुल मे प्रताड़ना झेल रही थी सैनिकों ने उन्हें वहां से आजाद कराने के बाद उनके साथ बलात्कार किया ।

पिछले करीब एक दशक से नॉर्थ ईस्ट नाइजरिया में खूंखार संगठन बोको हराम आम नागरिकों को अपना निशाना बना रहा है। साल 2015 से सेना ने इनके खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई की है। इस दौरान सेना द्वारा कई बार मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाएं भी सामने आई हैं। सेना और बोको हराम के बीच इस लड़ाई में अब तक नाइजीरिया के नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में 30,000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी है।

एमेनेस्टी इंटरनेशनल की तरफ से जो रिपोर्ट जारी की गई है, इस रिपोर्ट को कई पत्रकारों और वकीलों द्वारा तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया गया रहै कि बोको हराम के कब्जे वाले इलाके को संगठन से आजाद कराने के बाद सेना ने लोगों को कैंपों में जाने के लिए कहा। लेकिन कैंप में इन लोगों को खाना और चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। रिपोर्ट के मुताबिक बामा हॉस्पीटल कैंप में करीब 1000 लोगों की मौत भूख और गंभीर बीमारी की वजह से हो गई है। यह मौत साल 2015 और 2016 के बीच हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस कैंप में 15-30 लोग हर दिन मर रहे हैं।

इस कैंप में रहने वाली कई महिलाओें ने रिपोर्ट तैयार करने वाली इस टीम को बतलाया कि उन्हें खाना और यहां तक की पानी देने के बदले सैनिक उनके साथ दुष्कर्म करते हैं। महिलाओं का कहना है कि उनके छोटे-छोटे बच्चों को भी कैंप में खाना नहीं दिया जाता। एक महिला ने इस टीम को बतलाया कि सेना ने जानबूझ कर उनके घर तबाह कर दिये, ताकि फिर कैंप में उन्हें प्रताड़ना दिया जा सके। हालांकि इधर नाजीरियाई सेना ने एमेनेस्टी की इस रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया है। सेना की तरफ से कहा गया है कि हमारी तरफ से उन लोगों के लिए बेहतरीन काम किया जा रहा है। हालांकि सरकार ने इस मामले में जांच करवाने की बात कही है।

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