पश्चिम बंगाल में पीएम: नरेंद्र मोदी के एक फैसले से ‘शॉक्ड’ रह गईं ममता बनर्जी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय की कमी के कारण विश्व भारती विश्वविद्यालय के उच्चतम पुरस्कार को प्रदान नहीं करेंगे।देसीकोत्तम नामक यह पुरस्कार दीक्षांत समारोह के दौरान दिया जाना था। इस खबर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति सबुजकली सेन ने कहा कि पहले भी ऐसा हो चुका है जब अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को वार्षिक दीक्षांत समारोह में पुरस्कार नहीं दिया गया, बाद में विश्वविद्यालय ने विशेष समारोह आयोजित कर प्रदान किया।
शांति निकेतन में संवाददाताओं से बातचीत में कार्यवाहक कुलपति ने कहा कि समय की कमी के कारण पुरस्कार समारोह स्थगित किया जा रहा है।60 के दशक में भी समय की कमी के कारण पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया था। बाद में इसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया गया। उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर नाखुशी जाहिर की है।उन्होंने कहा कि समय की कमी के कारण प्रधानमंत्री के पुरस्कार वितरण न करने के फैसले से वह हैरान हैं।अप्रैल में विश्व भारती एकेडमिक काउंसिल ने बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, लेखक अमिताव घोष,कवि गुलजार, लेखर सुनीति कुमार पाठक, रबिंद्र संगीत, भौतिक शास्त्री अशोक सेन आदि को देसीकोत्तम अवार्ड से सम्मानित करने का निर्णय लिाय था। मई में विश्वविद्यालय की कार्य परिषद ने सभी नामों को मंजूरी दी थी।
उधर मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा-मैं नाखुश हूं, जिन्हें लगता था कि उन्हें अवार्ड मिलने जा रहा, अब वो नहीं पाएंगे। अमिताभ बच्चन, द्विजेन मुखर्जी का नाम सम्मान पाने वालों की सूची में था, ये सभी राजनीति से ऊपर हैं।मैं इसके कारणों को नहीं जानना चाहती, मगर यह बहुत ठेस पहुंचाने वाला है।उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह राजनीति की जगह नहीं है।