खतरनाक हो सकता है पीलिया रोग, ऐसे पहचाने लक्षण और अपनाएं ये घरेलू उपचार
पीलिया, एक ऐसा रोग है जो जानलेवा भी हो सकता है। खून में बिलीरुबिन तत्व मात्रा अधिक होने की वजह से पीलिया रोग हो सकता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता हैं। बिलीरुबिन की मात्रा अधिक होने पर यह शरीर के उत्तकों में पहुंच जाता है। इस रोग में स्किन, नाखून और आंखों का सफेद भाग पीला नजर आने लगता है, इस स्थिति को पीलिया या जॉन्डिस कहते हैं। पीलिया से पीड़ित मरीज की पेशाब का रंग भी पीले रंग का हो जाता है। पीलिया लीवर से संबंधित रोग है और इसमें मरीज की जान तक जा सकती है। नवजात शिशुओं में ये समस्या ज्यातर देखी जाती है लेकिन वयस्क भी इसके शिकार होते हैं। पीलिया होने पर उसका तुरंत इलाज होना जरूरी होता है। आइए आज हम आपको पीलिया होने के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में बताते हैं।
ये हो सकते हैं पीलिया या जॉन्डिस होने के कारण
– एल्कोहल से संबधी लिवर की बीमारी
– हेपेटाइटिस
– सड़क के किनारे, कटी, खुतली, दूषित वस्तुएं और गंदा पानी पीने से
– कुछ दवाओं के चलते भी यह समस्या हो सकती है।
– पैंक्रियास का कैंसर
– बाइल डक्ट का बंद होना
पीलिया रोग के लक्षण
आंखो और त्वचा का पीला पड़ना
– सिर दर्द और बुखार होना
– मतली और उल्टी आना
– पाचन क्रिया का ठीक न होना
– स्किन में खुजली या एलर्जी होना
– अधिक थकावट होना
पीलिया रोग के घरेलू उपचार इस प्रकार हैं-
– बारीक कटे हुए प्याज में पिसी हुई काली मिर्च, नींबू का रस और नमक डालकर पीने से पीलिया रोग में फायदा होता है।
– पीलिया रोग में गन्ने का रस काफी कारगर साबित होता है।
– इस रोग में राहत पाने के लिए लहसुन पीसकर दूध के साथ पीने से आराम मिलता है।
– टमाटर के रस में थोड़ा सा नमक और काली मिर्च मिलाकर सेवन करें।
– मूली के पत्ते पीसकर उसका रस छानकर पीएं, इससे भूख बढ़ेगी और पीलिया में फायदा होगा।
– पीलिया रोगी को सुबह-सुबह नीम रस में शहद मिलाकर पीने से फायदा होता है।