साइक्लोन के कारण समुद्र में डूब गया मुंबई का समुद्र में तैरता हुआ मशहूर रेस्टोरेंट ‘आर्क डेक बार’

मुंबई का समुद्र में तैरता हुआ मशहूर रेस्टोरेंट ‘आर्क डेक बार’ शुक्रवार को बांद्रा के निकट समुद्र में डूब गया। माना जा रहा है कि रेस्टोरेंट के डूबने का कारण मेकुनी साइक्लोन के कारण समुद्र में उठी ऊंची लहरें रहीं। सूत्रों के अनुसार, साइक्लोन के दबाव के चलते समुद्र में ऊंची लहरें उठी, जिससे रेस्टोरेंट का एंकर रेस्टोरेंट से छूट गया। वहीं किसी पत्थर की टक्कर से रेस्टोरेंट की तली में छेद हो गया और रेस्टोरेंट में पानी भर गया। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त करीब 15 लोग रेस्टोरेंट पर सवार थे, जिनमें से अधिकतर रेस्टोरेंट का स्टाफ था। बांद्रा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी का कहना है कि सभी लोगों को हादसे के तुरंत बाद बचा लिया गया।

पुलिस का कहना है कि मोटरबोट के जरिए रेस्टोरेंट के स्टाफ को किनारे लाया गया। अभी तक इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बता दें कि मुंबई में बांद्रा सी लिंग के नजदीक समुद्र में तैरते हुए 3 रेस्टोरेंट्स हैं। मेकुनी साइक्लोन की चेतावनी के बाद तीनों रेस्टोरेंट्स को यहां से हटाया जाना था। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है कि आर्क डेक बार रेस्टोरेंट क्यों नहीं हटाया गया? बता दें कि आर्क डेक बार एक लग्जरी रेस्टोरेंट था, जिसमें डाइनिंग के साथ पार्टी किए जाने की भी व्यवस्था थी। इस रेस्टोरेंट की क्षमता 150 लोगों की थी और बांद्रा में यह रेस्टोरेंट से किनारे से थोड़ी दूरी समुद्र में एंकर से जुड़ा हुआ था। इस रेस्टोरेंट से मुंबई स्काईलाइन और राजीव गांधी बांद्रा सी लिंक का जबरदस्त नजारा देखने को मिलता था।

उल्लेखनीय है कि मुंबई के पहले तैरते रेस्टोरेंट ‘एबी कैलेस्टियल’ को साइक्लोन की चेतावनी के बाद समुद्र से हटा लिया गया था। एबी कैलेस्टियल के मालिक एश्वर्य भेंडे का कहना है कि समुद्री विभाग द्वारा मेकुनी साइक्लोन की चेतावनी के बाद रेस्टोरेंट को यहां से कुछ दिन पहले ही हटा लिया गया था। हमारा रेस्टोरेंट पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसी अफवाहें थी कि हमारा रेस्टोरेंट भी हादसे का शिकार हो गया है, लेकिन यह सच नहीं है। आर्क डेक बार को भी शुक्रवार सुबह समुद्र से हटाया जाना था। पुलिस अब इसकी जांच कर रही है कि आर्क डेक बार को साइक्लोन की चेतावनी के बाद भी क्यों नहीं हटाया गया?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *