दिग्विजय सिंह की बीजेपी को चुनौती: नोटबंदी पर करा दें अरुण जेटली और जेठमलानी की बहस
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार साल के कार्यकाल पर व्यंग्यों और आलोचनाओं के तीर चलाए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने करप्शन को लेकर काम नहीं किया है। दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चुनौती दी है कि और कहा है कि वे ब्लैकमनी पर वरिष्ठ वकील जेठमलानी और वित्त मंत्री अरुण जेटली का बहस करा दें, सबकुछ साफ हो जाएगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि करप्शन पर बड़े-बड़े दावे करने वाली बीजेपी सरकार ने गुजरात में लोकायुक्त नहीं बनने दिया। चार साल में लोकपाल भी नही बना। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र एजेंडा है, साम्प्रदायिकता को बढ़ाना, और हिन्दू-मुसलमान के नाम पर हिन्दुओं से वोट लेना।
आजतक के कार्यक्रम पंचायत आजतक में दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चुनौती देते हैं कि वे ब्लैकमनी पर जेटली और जेठमलानी के बीच बहस करा दें, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार कहती थी कि प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रुपये जमा होंगे, ये पैसे कहां गये। दिग्विजय सिंह ने सरकार की आर्थिक नीतियों पर व्यंग्य कसा। उन्होंने कहा कि मोदी कहा करते थे कि नोटबंदी से करप्शन खत्म हो जाएगा, आतंक की कमर टूट जाएगी, कालाधन समाप्त हो जाएगा, जाली नोट नहीं करेंगे, लेकिन पीएम ने कुछ तैयारी नहीं की। दिग्विजय सिंह के मुताबिक इसकी वजह से 15 लाख लोगों की नौकरी चली गयी। जीडीपी नीचे चला गया। इसके अलावा बैंकों ने भी करप्शन किया।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 26 मई को अपने कार्यकाल के चार साल पूरे कर लिये हैं। इस मौके पर पीएम ने ओडिशा के कटक में एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम इस मौके पर कांग्रेस पर हमलावर दिखे। पीएम ने कहा कि जब उन्होंने कालेधन और करप्शन पर सख्ती की तो कट्टर दुश्मन भी एक हो गये। पीएम ने कहा कि देश की जनता विपक्ष के नेताओं को देख रही है। उन्होंने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि ये जनपथ से नहीं बल्कि जनमत से चलती है।