कैराना उपचुनाव से पहले किसानों, दलितों, पिछड़ों को रिझाने की कोशिश, पीएम बोले- दूसरी तरफ कौन है, जरूर देखना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलित उत्पीड़न रोकथाम कानून को कमजोर करने से लेकर किसानों के मुद्दों पर ‘‘झूठ और अफवाह’’ फैलाने को लेकर आज (27 मई) विपक्षी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्हें एक परिवार को पूजने की आदत हो, वे मोदी का विरोध करने के चक्कर में देश का विरोध करने लगे हैं। 11,000 करोड़ रुपए की लागत से बने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए ‘‘खुलेआम’’ झूठ फैला रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एक परिवार को पूजने के आदी लोग लोकतंत्र की पूजा कर ही नहीं सकते।’’ मोदी ने कहा कि चुनाव हारने के बाद वे तिलमिलाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के विरोध में देश का विरोध करने लगे हैं।’’ पड़ोस की कैराना लोकसभा सीट पर कल होने वाले उप – चुनाव से पहले आज की गई रैली में मोदी ने नागरिकों से कहा कि वे देखें कि दोनों तरफ कौन से लोग खड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ वो लोग हैं जिनके लिए उनका परिवार ही देश है। मेरे लिए मेरा देश ही मेरा परिवार है।’’ मोदी ने कहा कि लोकतंत्र या किसी संस्था में कांग्रेस का कभी यकीन ही नहीं रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय पर अंगुली उठाकर, चुनाव आयोग एवं ईवीएम पर संदेह जता कर, रिजर्व बैंक एवं इसकी नीतियों को संदेह की दृष्टि से देखकर और उनके कारनामों की जांच करने वाली हर एजेंसी पर सवाल उठाकर विश्वास का संकट पैदा कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब उन्हें मीडिया भी पूर्वाग्रह से ग्रसित लग रहा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष तो सेना की वीरता को भी नकारता है जिसने सीमा पार जाकर सर्जिकल हमला किया और वह भारत की तारीफ करने वाली विदेशी हस्तियों पर भी सवाल उठाता है। मोदी ने कहा कि वह विपक्ष के हमलों से परेशान नहीं होते क्योंकि वह जानते हैं कि देश के लोग उनके साथ हैं और जिन्होंने 70 साल तक गरीबों, मध्य वर्ग, किसानों और युवाओं को ठगा वे बौखलाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी या तो बाधा खड़ी करते हैं या गरीबों , दलितों एवं आदिवासियों के उत्थान के लिए किए गए किसी भी काम का मजाक उड़ाते हैं। उनके लिए देश का विकास भी मजाक है। उनके लिए स्वच्छ भारत, गरीब महिलाओं को नि:शुल्क रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन देना और गरीबों के लिए बैंक खाते खुलवाना भी मजाक है।’’
कांग्रेस या इसके अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा, ‘‘पीढ़ियों से सत्ता को देखने के आदी रहे लोगों को गरीबों के लिए किया गया कोई भी काम मजाक नजर आता है। कैबिनेट नोट फाड़ने वाले लोग एकमत से संसद द्वारा पारित कानून का आदर करना जरूरी नहीं समझते।’’ गन्ना किसानों और दलितों की आबादी वाले क्षेत्र में हुई इस रैली में मोदी ने कहा कि स्वार्थी उद्देश्यों वाले लोग दलितों के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। मोदी ने एससी-एसटी उत्पीड़न रोकथाम कानून पर उच्चतम न्यायालय के एक आदेश की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘लोगों ने देखा है कि वे अपने तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए उच्चतम न्यायालय के एक आदेश पर झूठ फैला रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कई लोगों ने न्यायालय के आदेश को कानून को कमजोर करने वाला माना और सरकार ने इस धारणा को दूर करने के लिए विशेष प्रयास किए।
मोदी ने कहा, ‘‘उन्हें अहसास नहीं है कि उनके झूठ से देश में अस्थिरता पैदा हो सकती है। चाहे उत्पीड़न की रोकथाम वाले कानून का मामला हो या आरक्षण का मुद्दा हो, उन्होंने लोगों को गुमराह करने के लिए झूठ बोला और अफवाह फैलाई।’’ विपक्ष पर लोक-लुभावन राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी दलितों, शोषितों और वंचितों के बारे में सोचते हुए जनता के लिए राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने न केवल दलितों के लिए अवसर पैदा किए बल्कि चार सालों में उन्हें सुरक्षा एवं न्याय भी दिलाया। मोदी ने दलितों के कल्याण के लिए अपनी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने दलितों के उत्पीड़न पर कानून को और सख्त बना दिया है। दलित उत्पीड़न के मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए विशेष अदालतें बनाई गई हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने ओबीसी के उप – श्रेणीकरण के लिए एक आयोग का गठन किया है। उन्होंने वादा किया कि समयबद्ध तरीके से शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में सबसे पिछड़े वर्गों को आरक्षण दिया जाएगा। मोदी ने कहा कि सरकार ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना चाहती थी लेकिन संसद में कांग्रेस और उसकी सहयोगियों ने इस बाबत लाए गए विधेयक में रोड़े अटकाए। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं ओबीसी समुदाय को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उठाया गया कदम पूरा किया जाएगा।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि एक नया झूठ यह फैलाया जा रहा है कि अनबुंध पर खेती (कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग) पर 18 फीसदी जीएसटी लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। कानून (उनके खिलाफ) अपना काम करेगा।’’ मोदी ने कहा कि सरकार ने गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में करीब 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है और चीनी मिलों के यहां गन्ना किसानों का बकाया उन्हें दिलाने के उपाय किए हैं।