सांसद बैजयंत जय पांडा ने बीजू जनता दल(बीजद) से सोमवार को इस्तीफा दे दिया
सांसद बैजयंत जय पांडा ने बीजू जनता दल(बीजद) से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। बीजद ने उन्हें इस वर्ष जनवरी में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। पांडा ने ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नीवन पटनायक को लिखे पत्र में कहा है, “मैंने बहुत दुख और पीड़ा के साथ उस राजनीति को छोड़ने का फैसला किया है, जिसमें हमारा बीजद इस समय शामिल हो गया है।” उन्होंने साथ ही कहा कि वह अपने निर्णय से लोकसभा अध्यक्ष को अवगत करा देंगे। उन्होंने अपने पत्र में कहा है, “बीजद और आपने यह स्पष्ट कर दिया है कि मैं अवांछित हूं, इसलिए इससे अलग हो जाना ही उचित है।”
केंद्रापाड़ा के सांसद जय पांडा ने पटनायक को लिखे गए तीन पेज के लेटर में कहा कि सीएम उनके पिता बंशीधर पांडा के अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आए, जिससे उन्हें काफी दुख हुआ। पांडा ने कहा, “यह पूरी तरह से अमानवीय है कि मेरे पिता बंशीधर पांडा को श्रद्धांजलि देने न तो आप आए और न ही बीजद से कोई आया, जिनके बारे में सभी जानते हैं कि वह बीजू अंकल(बीजू पटनायक) के काफी करीबी दोस्त, समर्थक और सहयोगी थे।” बंशीधर पांडा ओडिशा के जाने-माने उद्योगपति थे, जिनका निधन 22 मई को 87 वर्ष की अवस्था में हो गया।
Baijayant Jay Panda quits Biju Janta Dal, writes to Naveen Patnaik, saying, “It’s with deep anguish, hurt and sorrow that I have decided to quit the politics into which our BJD has descended,” also wrote that he’ll formally convey his decision to the Lok Sabha Speaker. (File pic) pic.twitter.com/DKZEGkUOZ5
— ANI (@ANI) May 28, 2018
पांडा ने कहा कि उन्हें तब बहुत दुख हुआ, जब बीजद के कई नेताओं ने उन्हें बताया कि उनलोगों को मेरे पिता के अंतिम दर्शन के लिए आने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपने पिता के अंतिम संस्कार संबंधी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सुमित्रा महाजन को अपने इस्तीफे के निर्णय से सूचित कर देंगे।
बैजयंत ने कहा, “मेरे ऊपर पिछले वर्ष मई में माहांगा में ईंट-पत्थर, और अंडों से हमला किया गया था। मैं बहुत दुखी था कि आपने मेरी सुरक्षा व स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए फोन तक नहीं किया।” पटनायक ने पांडा को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने के लिए 24 जनवरी को निलंबित कर दिया था। वह 2009 और 2014 में यहां केंद्रपाड़ा लोकसभा सीट से चुने गए थे। इससे पहले वह बीजद के टिकट पर दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे।