गूगल की सिक्युरिटी में ढूंढ निकाली बड़ी खामी, 17 साल के इस लड़के को मिला 25 लाख का इनाम
दिग्गज आईटी कंपनी गूगल का सिक्योरिटी सिस्टम काफी मजबूत माना जाता है। हालांकि इसके बावजूद कंपनी समय-समय पर सर्च इंजन में तकनीकी खामी पकड़ने के लिए कई प्रोग्राम संचालित करती रहती है। ऐसे कार्यक्रमों के तहत कंपनी एथिकल हैकर्स और सिक्योरिटी विशेषज्ञों को सर्ज इंजन में तकनीकी खामी पकड़ने के लिए लाखों डॉलर इनाम के तौर पर देती है। अब खबर आयी है कि गूगल ने उरुग्वे के एक किशोर को सर्च इंजन में तकनीकी खामी बताने के लिए 36 हजार डॉलर या कहें कि 25 लाख रुपए का इनाम दिया है। 17 वर्षीय इस किशोर का नाम इजेकेल पेरेरा है। इस किशोर ने गूगल सिक्योरिटी की एक बड़ी खामी को उजागर किया है। बताया जा रहा है कि इस तकनीकी खामी के कारण हैकर्स गूगल के अंदरुनी सिस्टम में बदलाव कर सकते थे। लेकिन अब जब यह तकनीकी खामी पकड़ में आ गई है तो गूगल ने इसे सुधारने के लिए काम शुरु भी कर दिया है।
बताया जा रहा है कि गूगल की इस कमी को उजागर करने वाले किशोर इजेकेल पेरेरा ने 10 साल की उम्र में कंप्यूटर चलना शुरु कर दिया था। वहीं 11 साल की इजेकेल पेरेरा ने कोडिंग सीखना शुरु कर दिया था। कंप्यूटर के प्रति अपने प्रेम के चलते ही इजेकेल ने विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखीं। इजेकेल समय -समय पर विभिन्न कोडिंग और प्रोग्रामिंग की प्रतियोगिताओँ में भी भाग लेता रहा है। हैरानी की बात है कि उरुग्वे के इस किशोर ने एक कोडिंग प्रतियोगिता के दौरान ही गूगल के कैलीफोर्निया स्थित हेडक्वार्टर की ट्रिप जीती थी। जिसकी सहायता ने इजेकेल ने साल 2016 में गूगल के हेडक्वार्टर का दौरा किया था।
इजेकेल ने इससे पहले भी 4 बार गूगल के तकनीकी खामी पकड़ने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुका है। इनमें से एक बार इजेकेल 10 हजार डॉलर का इनाम भी जीत चुका है, यह उसका पांचवा प्रयास था, जिसने उसे 36 हजार डॉलर जिता दिए हैं। उल्लेखनीय है कि गूगल साल 2017 में अपने बग बाउंटी प्रोग्राम (तकनीकी खामी उजागर करने वाले कार्यक्रम) के तहत 2.9 मिलियन डॉलर भी भारी-भरकम राशि बांट चुका है। इस कार्यक्रम के तहत तकनीकी खामी के आधार पर इनाम की रकम तय की जाती है। यह रकम 500 डॉलर से लेकर 1 लाख डॉलर तक हो सकती है।