कम से कम 6-8 महीने और ट्रेनों की लेटलतीफी से परेशान रहेंगे यात्री, रेलवे ने बताई वजह

भारतीय रेल के यात्रियों को अभी लेट चल रही ट्रेनों का इंतजार करने से राहत नहीं मिलेगी। ये बात भारतीय रेलवे के ताजा बयान में कही गई है। रेलवे ने अपने यात्रियों से साफ कहा है कि उन्हें ट्रेनों के लेट होने की समस्या को छह से आठ महीने तक और झेलना होगा। इस पूरे दौर में रेलवे अपने ट्रैक, इंजन और कोच की मरम्मत और रखररखाव के लिए बड़ा ​अभियान चलाने जा रहा है। बता दें कि भारतीय रेलवे की लेटलतीफी इस वित्तीय वर्ष यानी साल 2017-18 में सर्वाधिक रही है। ये पिछले दो वित्तीय वर्ष के प्रदर्शन से भी खराब है। रेलवे के आधिकारिक डाटा के मुताबिक भारत की करीब 30 प्रतिशत ट्रेन समय से लेट चल रही हैं। रेल अधिकारी इसका बड़ा कारण खराब ट्रैक को मानते हैं, जो अब अधिक तेज गति से ट्रेन का यातायात का झेलने के लिए तैयार नहीं हैं। रेलवे सुरक्षा के लिए ट्रैक की मरम्मत और सुधार का बड़ा अभियान चलाने को तैयार है।

लेट होेने वाली है ट्रेन: लेकिन रेलवे सुधार के लिए अभी भी प्रयासरत है। इस बारे में रेलवे बोर्ड (यातायात) के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने पत्रकारों को बताया,”अगर हम 5000 किमी रेलवे ट्रैक की संपूर्ण मरम्मत साल 2018-19 में करते हैं तो अगले छह से आठ महीने यात्रियों को ट्रेनों की लेटलतीफी बर्दाश्त करनी ही होगी।” बता दें कि अप्रैल 2017 से मार्च 2018 के बीच में मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के समय से आने का प्रतिशत 71.39 प्रतिशत रहा है। जबकि साल 2016-2017 में ये प्रतिशत 76.69 प्रतिशत था। इस आंकड़े में पूरे 5.30 प्रतिशत की गिरावट आई है। जबकि साल 2015-2016 में 77.44 प्रतिशत ट्रेन समय पर चल रही थी।

बड़ी चुनौती है यात्रियों की नाराजगी: लेट आ रही ट्रेनों से परेशान यात्रियों के गुस्से को शांत करना रेलवे के लिए बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से निपटने के लिए रेलवे सभी बड़े स्टेशनों पर वीडियो संदेश प्रसारित करेगा। वीडियो का सार कुछ ऐसा होगा,’कृपया धैर्य बनाए रखें, आपका धैर्य आपके भविष्य को और बेहतर बनाएगा।” जब यह वीडियो स्टेशन पर लगी टीवी स्क्रीन पर दिखेगा, तब आॅडियो में संदेश के साथ रेलवे ट्रैक की मरम्मत करते हुए रेलवे कर्मचारी या फिर लूप लाइन पर खड़ी ट्रेन की तस्वीर को भी प्रसारित किया जाएगा। रेल अधिकारी मानते हैं कि इस वीडियो से ट्रेन लेट होने पर दिमाग में आने वाली तस्वीरों को बदलने में मदद मिलेगी।

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