रघुराम राजन को विश्व हिंदू कांग्रेस में आने के लिए विहिप ने भेजा न्योता
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को आरएसएस की शाखा विश्व हिंदू परिषद समेत अन्य हिंदू संगठनों ने सितंबर में आयोजित होने वाली ‘विश्व हिंदू कांग्रेस’ में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। विश्व हिंदू कांग्रेस 125 साल पहले शिकागो की विश्व धर्म संसद में दिए ऐतिहासिक भाषण के 125 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। गौरतलब है कि सितंबर में होने वाली विश्व हिंदू कांग्रेस भी अमेरिका के शहर शिकागो में आयोजित की जा रही है। विश्व हिंदू कांग्रेस के आयोजकों का कहना है कि रघुराम राजन ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश करने की बात कही है। ऐसे में आयोजकों को उम्मीद है कि रघुराम राजन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि रघुराम राजन को विश्व हिंदू कांग्रेस में शामिल होने का निमंत्रण ऐसे वक्त दिया गया है, जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी आरएसएस ने 7 जून को होने वाले अपने एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया है, जिस पर विवाद हो गया है। कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पर नाराजगी जतायी है।
विहिप द्वारा रघुराम राजन को अपने कार्यक्रम के लिए निमंत्रित करना इसलिए भी चौंकाता है क्योंकि रघुराम राजन के रिजर्व बैंक गवर्नर रहते हुए आरएसएस द्वारा उनकी नीतियों की खूब आलोचना की गई थी। सितंबर, 2016 में रिजर्व बैंक के गवर्नर के तौर पर अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद रघुराम राजन फिर से एकेडमिक करियर में लौट गए थे और फिलहाल यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में प्रोफेसर हैं। हालांकि खबरें थी कि रघुराम राजन रिजर्व बैंक के गवर्नर के तौर पर दूसरा कार्यकाल चाहते थे, लेकिन सरकार ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। रघुराम राजन को विश्व हिंदू कांग्रेस की वर्ल्ड इकॉनोमिक कॉन्फ्रेंस में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है। रघुराम राजन के अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में फाइनेंस की प्रोफेसर कैथरीन डुसैक, स्पाइसजेट के चेयरमेन अजय सिंह, पीरामल ग्रुप के चेयरमेन अजय पीरामल और केपीएमजी इंडिया के चेयरमेन अरुण कुमार को भी आमंत्रित किया गया है।
बता दें कि 125 साल पहले शिकागो में ही स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद में ऐतिहासिक भाषण दिया था। स्वामी विवेकानंद के उसी ऐतिहासिक भाषण को याद करने के उद्देश्य से यह विश्व हिंदू कांग्रेस का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में आर्थिक, शिक्षा, मीडिया और राजनैतिक क्षेत्र की कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। विश्व हिंदू कांग्रेस की शुरुआत साल 2014 में दिल्ली से की गई थी। उस कार्यक्रम में 50 देशों से आए हिंदू धर्म के करीब 1800 लोगों ने शिरकत की थी।