ऑडियो टेप जारी कर हिजबुल मुजाहिदीन का नया फरमान: सोशल मीडिया पर सैनिकों से चैटिंग न करें कश्मीरी महिलाएं
कश्मीर घाटी में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन ने स्थानीय लोगों के लिए नया फरमान जारी किया है। हिजबुल के कमांडर रियाज नायकू ने बुधवार (30 मई) को एक ऑडियो टेप जारी कर कश्मीरी महिलाओं को सोशल मीडिया पर सेना के अधिकारियों-जवानों से बात न करने की हिदायत दी है। आतंकी संगठन का यह फरमान मेजर लीतुल गोगोई को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के एक सप्ताह बाद सामने आया है। मेजर गोगोई बडगाम की एक महिला के साथ होटल में गए थे, जहां होटल कर्मचारियों से उनकी कहासुनी हो गई थी। बाद में उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। सेना ने इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है। हिजबुल आतंकी ने वैसे युवाओं को अपना अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर करने को कहा है, जिन्हें सेना ने कभी आतंकियों के बारे में सूचना इकट्ठा करने के लिए मजबूर किया था।
हिजबुल कमांडर नायकू ने 10 मिनट का ऑडियो टेप जारी किया है। इसमें आतंकी ने कहा, ‘हमें सूचना मिली है कि सेना और पुलिस के जवान खासकर स्कूली छात्राओं के साथ संबंध बना रहे हैं, ताकि उन्हें आतंकियों के बारे में जानकारी देने के लिए उकसाया जा सके। सेना के जवान इन लड़कियों से संपर्क स्थापित कर उन्हें गलत काम करने को कह रहे हैं।’ ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के अनुसार, हिजबुल आतंकी का ऑडियो क्लिप कश्मीर में वायरल हो चुका है। नायकू (30) घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन का सबसे पुराना आतंकी है। उसने वर्ष 2016 में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के साथ ही आतंकी संगठन में शामिल हुआ था। आतंकी नायकू न कहा, ‘मैं अपनी बहनों से अपील करता हूं कि सोशल मीडिया पर वे सेना, पुलिसकर्मियों और अजनबियों से न तो बातचीत करें और न ही उन्हें गोपनीय जानकारी दें। इसका इस्तेमाल आपको ब्लैकमेल करने में किया जा सकता है।’ बता दें कि बडगाम की युवती ने बताया था कि वह फेसबुक के जरिये मेजर गोगोई के संपर्क में आई थी।
मां-बाप और शिक्षकों को धमकी: आतंकी नायकू ने ऑडियो क्लिप में मां-बाप और शिक्षकों को भी धमकी दी है। उसने कहा, ‘मैं यह समझ नहीं पाता कि मां-बाप अपनी बेटियों को मेजर गोगोई जैसे सैन्य अधिकारियों के साथ बाहर जाने की अनुमति कैसे दे देते हैं? सेना और शिक्षा दोनों अगल बातें हैं, दोनों का एक-दूसरे से दूर तक संबंध नहीं है। सेना द्वारा आयोजित टूर हमारी बहनों तक पहुंचने की साजिश है। वे लोग इन लड़कियों को प्रलोभन देकर गलत काम करवाते हैं। उन्हें ब्लैकमेल कर खबरी बनने के लिए मजबूर करते हैं। हमलोग उन अभिभावकों और शिक्षकों नहीं बख्शेंगे जो अपने बच्चों को सेना के साथ कहीं जाने की अनुमति देते हैं।’