”उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत सरकार की नीतियों पर मुहर लगाती है”
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि शाहकोट उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत सरकार की ‘‘ जन केंद्रित नीतियों ’’ पर लोगों की एक मुहर है तथा यह शिरोमणि अकाली दल की ‘‘ नकारात्मक राजनीति ’’ को खारिज किए जाने और आप के ‘उजड़ने’ का संकेत है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में अब दो तिहाई बहुमत के साथ उनकी सरकार विपक्ष के डर के बिना कोई भी जन हितैषी कानून पारित कर सकती है। उपचुनाव में कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी द्वारा शिरोमणि अकाली दल के नायब सिंह कोहाड़ को 38,802 मतों के अंतर से हरा दिए जाने के बाद जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहकोट के लोगों ने सकारात्मक परिवर्तन और विकास के लिए वोट दिया।
अमरिंदर ने कहा कि अब सदन में दो तिहाई बहुमत के साथ उनकी सरकार विपक्षी अवरोध के डर के बिना ऐसा कोई भी जन हितैषी कानून पारित करा सकती है जो वह चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की हार की झड़ी दर्शाती है कि वह लोगों का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है जो राज्य में शिअद – भाजपा के 10 साल के ‘‘ कुशासन ’’ में झेली गईं परेशानियों के लिए उसे माफ करने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि शाहकोट में समूचे चुनाव प्रचार में शिअद प्रमुख सुखबीर बादल और वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया के डेरा डाले रहने के बावजूद लोगों ने शिरोमणि अकाली दल को खारिज कर दिया। मुख्यमंत्री ने यहां मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि पूरे देश में भाजपा ‘‘ बुरी तरह ’’ पिछड़ रही है जो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले लोगों के मूड का स्पष्ट संकेत है।
उन्होंने कहा , ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में फिर से नहीं आएंगे , यह कांग्रेस होगी जो अगली सरकार बनाएगी। ’’ अमरिंदर ने कहा कि जहां तक आम आदमी पार्टी का सवाल है तो वह पूरी तरह अपनी कहानी खो चुकी है तथा देश के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में वह अब और प्रासंगिक नहीं है। शाहकोट उपचनुाव ने दर्शाया है कि आप के सुखपाल ंिसह खैरा की सभी तरकीबें फेल हो गईं। मुख्यमंत्री ने आप (जिसके उम्मीदवार को महज 1,900 वोट मिले) को सलाह दी कि वह अपना बोरिया बिस्तर बांधे और पंजाब छोड़ दें।