हवा हुई जीत की खुशी, जब्त रहेगी लालू परिवार की 45 करोड़ की संपत्ति
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू यादव का परिवार जोकीहाट विधानसभा सीट पर मिली जीत का जश्न अभी ठीक से मना भी नहीं पाया था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का नया फैसला आ गया। मनीलांड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) से जुड़ी अथॉरिटी के ताजा आदेश के बाद लालू परिवार की 44.75 करोड़ रुपये मूल्य की जब्त की गई संपत्ति जांच एजेंसी के ही कब्जे में रहेगी। आईआरसीटीसी होटलों के आवंटन में वित्तीय अनियमितता से जुड़े मामले में यह आदेश दिया गया है। ईडी ने पीएमएलए के तहत करोड़ों रुपये मूल्य के 11 प्लॉट जब्त किए थे। एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी के सदस्य तुषार वी. शाह ने माना कि ईडी द्वारा जब्त संपत्ति मनीलांड्रिंग के तहत ही अर्जित की गई थी। लिहाजा, इस पर ईडी का ही कब्जा रहेगा। जांच एजेंसी ने पिछले साल दिसंबर में बिहार की राजधानी पटना के समीप स्थित दानापुर में तकरीबन तीन एकड़ के प्लॉट्स को अस्थायी तौर पर जब्त किया था। सूत्रों ने बताया कि पीएमएलए अथॉरिटी के निर्देश के बाद अब ईडी संबंधित प्लॉट को स्थायी तौर पर जब्त करते हुए उन पर अपने साइनबोर्ड लगा सकता है।
पीएमएलए अथॉरिटी के सदस्य (कानून) तुषार शाह ने कहा, ‘ईडी द्वारा मूल शिकायत के साथ पेश किए गए दस्तावेज पर विचार करते हुए मैंने पाया कि जिन अचल संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त किया गया था, उनका संबंध मनीलांड्रिंग से है। ऐसे में मैं इस बात की पुष्टि करता हूं कि ये संपत्तियां जांच जारी रहने तक (90 दिन से ज्यादा नहीं) जब्त ही रहेंगी।’ ईडी द्वारा जब्त प्लॉट डिलाइट मार्केटिंग कंपनी (अब लारा प्रोजेक्ट्स एलएलपी) के नाम पर हैं। लालूू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इसकी मैनेजिंग पार्टनर हैं। इसके अलावा लालू के बेटे तेजस्वी यादव व तेज प्रताप यादव और आरजेडी के पूर्व विधायक अबु दुजाना की कंपनी मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड लारा प्रोजेक्ट्स एलएलपी में बतौर पार्टनर शामिल हैं। बता दें कि ईडी ने जब इन प्लॉटों को जब्त किया था तो उस वक्त इस पर शॉपिंग मॉल बनाने की तैयारी चल रही थी। आईआरसीटीसी होटल आवंटन घोटाला मामले में राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और अन्य से पूछताछ की जा चुकी है।