सरकारी साड़ी के लिए महिलाओं में मारपीट, खींचे एक-दूसरे के बाल, पुलिस के छूटे पसीने
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के कार्यकाल में शुरू की गई साड़ी वितरण योजना की तेलंगाना सरकार ने नकल तो कर ली लेकिन उसका सही ढंग से अनुपालन नहीं हो सका। लिहाजा, सरकार ने जैसे ही महिलाओं को साड़ी बांटना शुरू किया ना केवल हंगामा होना शुरू हुआ बल्कि घटिया किस्म की साड़ी की वजह से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की भी किरकिरी हुई है। योजना के मुताबिक राज्य के कई शहरों में आज (18 सितंबर) साड़ी बांटे जाने का कार्यक्रम शुरू हुआ लेकिन लंबी-लंबी कतारों में खड़ी महिलाओं ने पहले तो एक-दूसरे को धक्का देना शुरू किया फिर मारपीट पर उतारू हो गईं।
स्थानीय टीवी चैनलों के वीडियो के मुताबिक हैदराबाद के सैदाबाद में महिलाएं लंबी-लंबी लाइन में खड़ी दिखीं। थोड़ी ही देर बाद महिलाओं को आपस में एक-दूसरे का बाल खींचते हुए और लड़ते हुए देखा गया। वीडियो में महिला पुलिसकर्मी उन्हें अलग करती नजर आईं। बता दें कि राज्य सरकार के आलाधिकारियों ने नवरात्र की तरह नौ दिन तक चलने वाले बथुकम्मा त्योहार, जिसमें महिलाएं फूल सजाकर एकसाथ नाचती हैं, के लिए 500 डिजायन में साड़ियां पसंद की थीं लेकिन उन्हें यह पसंद नहीं आई।
तेलंगाना सरकार में मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव के मुताबिक, साड़ियां गरीब महिलाओं को त्योहार पर गिफ्ट है, जिसे वो बथकुम्मा पर पहनेंगी। सरकार की योजना के मुताबिक जल्दबाजी में आधी साड़ियां गुजरात के सूरत से मंगवाई गईं तो आधी तेलंगाना के पावरलूम से खरीदी गई थीं। सरकार की योजना 222 करोड़ रुपये में एक करोड़ महिलाओं को साड़ी बांटने की थी।