पीएम बनने का कितना प्रेशर, नरेंद्र मोदी ने दिया यह जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सिंगापुर दौरे के दौरान शुक्रवार को नान्यांग टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पीएम मोदी से सवाल-जवाब भी किए। इन्हीं सवाल-जवाब के दौरान एक छात्र ने पीएम मोदी से सवाल किया कि पीएम बनने के बाद कितना दबाव बढ़ा है? इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि ‘लोकतंत्र में पॉलिटिकल प्रेशर की एक दुनिया होती है और उसको झेलना बड़ा मुश्किल होता है, लेकिन टेक्नोलॉजी की मदद से उसे झेला जा सकता है। पहले के समय में पॉलिटिकल प्रेशर ज्यादा था। लोगों की मांग होती थी कि यहां अस्पताल बनवाओ, यहां स्कूल बनवाओ…मैंने स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए मैप तैयार किए, जिसमें स्कवायर किलोमीटर की परिधि में स्कूल और अस्पताल होंगे। इसके बाद जब कोई भी नेता उनके पास आता तो उसे दिखाता था कि देखो, तुम्हारे यहां है, नया नहीं बनेगा। इसकी नतीजा हुआ कि सबको समान रुप से विकास में मदद मिली।’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 2001 से पहले वह मंत्री नहीं थे, लेकिन उनका जीवन आज भी वैसा है। वह खुद को अभी भी पहले से अलग महसूस नहीं करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब देश के सैनिक सीमा पर लड़ते हैं और हमारी माएं संघर्ष कर रही हैं तो मुझे लगता है कि मुझे भी आराम नहीं करना चाहिए। मैंने 2001 के बाद से अब तक 15 मिनट की भी छुट्टी नहीं ली है। छात्रों ने इस दौरान दुनिया की राजनैतिक और आर्थिक स्थिति पर भी पीएम मोदी से चर्चा की। एक छात्र ने पीएम मोदी से सवाल किया कि एशिया के सामने क्या चुनौती हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भविष्य एशिया का है। हमें अपने आने वाले अवसरों को देखना चाहिए और उन अवसरों को ही भविष्य में उपयोग करने के बारे में सोचना चाहिए।
तकनीक के विकास पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तकनीक से सामाजिक खाई भरने में मदद मिली है। लोगों को लगा था कि कंप्यूटर से नौकरी चली जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि हमें तकनीक के जरिए ऊर्जा के दूसरे माध्यमों के बारे में सोचना चाहिए। बता दें कि पीएम मोदी इन दिनों सिंगापुर के 3 दिवसीय दौरे पर हैं। पीएम मोदी के दौरे पर दोनों देशों के बीच कई एमओयू भी साइन किए गए।