योगी के मंत्री बोले- अभी भले हार गए उपचुनाव पर 2019 के लिए बचा रखा है ब्रह्मास्त्र
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि भले ही विपक्षी एकजुटता की वजह से हम लगातार उप चुनाव हार रहे हों लेकिन 2019 के आम चुनाव में उनका गठबंधन एनडीए नहीं हारेगा। न्यूज 18 से बात करते हुए राजभर ने कहा कि विपक्षी एकता को कमजोर करने और 2019 में जीत का ब्रह्मास्त्र अभी भी उनके पास है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता से सामाजिक समीकरण बदले हैं लेकिन 2019 से पहले वो फिर से सामाजिक समीकरण बदल देंगे। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने कहा कि पिछड़े वर्ग के अंदर पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ों का विभाजन कर बीजेपी उन्हें लामबंद कर सकती है और उस वोट बैंक को चुनावों में भुना सकती है।
राजभर ने कहा कि राज्य की 80 लोकसभा सीटों में हरेक सीट पर इनकी संख्या लगभग सात से आठ लाख के करीब है। इनका वोट परसेन्ट करीब 38 फीसदी है। लिहाजा, पिछड़े वर्ग के अंदर आने वाली जातियों राजभर, सैनी, कश्यप, लोहार, बिंद, कुम्हार, शाक्य, केवट आदि का वर्गीकरण कर मौजूदा 27 फीसदी आरक्षण में कुछ कोटा निर्धारित करने से बीजेपी को इसका फायदा मिल सकता है। बता दें कि 2014 के चुनावों से पहले बीजेपी ने ओबीसी नेताओं और मतदाताओं पर विशेष जोर दिया था। इसके तहत राज्यों में अलग-अलग ओबीसी नेताओं को एनडीए में शामिल किया था।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी योजना के बारे में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी बताया है। उन्होंने कहा कि ओबीसी वोटों को विभाजन करने से सपा-बसपा का आधार खिसक जाएगा और चाहकर भी सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी को नहीं हरा पाएगा। हालांकि, उन्होंने माना कि कैराना और नूरपुर उप चुनाव में बीजेपी की हार विपक्षी एकजुटता की वजह से हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि गन्ना किसानों का बकाया भुगतान के मुद्दे ने भी बीजेपी को हराने का काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में बीजेपी एक तरफ थी और बाकी दल दूसरी तरफ लामबंद थे। 28 मई को हुए उप चुनाव में कैराना संसदीय सीट पर रालोद की तबस्सुम हसन और नूरपुर विधान सभा सीट पर सपा के नईमुल हसन की जीत हुई है। इससे पहले गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीटों पर भी सपा की जीत हुई थी।