बलात्कार का शिकार हुई नाबालिग लड़की बनी मां परंतु बच्चे को अपनाने से किया इंकार, बलात्कारी अब भी फरार

कई बार बलात्कार का शिकार हुई एक नाबालिग लड़की ने गुरुग्राम के एक अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया है। लेकिन पीड़िता ने इस बच्चे को अपनाने से इंकार कर दिया है। पीड़िता का कहना है कि बच्चा उसे बार-बार उसके साथ हुए बलात्कार की याद दिलाता है। बता दें कि नाबालिग को नवंबर, 2016 में झारखंड से तस्करी कर गुरुग्राम लाया गया था। जहां के सेक्टर 31 के एक घर में नाबालिग को बच्चों की देखभाल के काम में लगा दिया गया था। पीड़िता का कहना है कि उस घर में रहने वाले रसोइए ने उसके साथ बलात्कार किया।

पीड़िता का कहना है कि आरोपी रसोइया उसे अकेला पाते ही उसके साथ बलात्कार करता था। आरोपी ने पीड़िता को बदनाम करने की धमकी देते हुए किसी को भी इस बारे में ना बताने की कहा था। पीड़िता को डर था कि बदनामी के कारण उसकी नौकरी जा सकती है, इसलिए उसने भी इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताया। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता 6-7 महीने की गर्भवती हो गई तो घर के लोगों ने पीड़िता का उभरा हुआ पेट देखकर उससे पूछताछ की। जिस पर पीड़िता ने सारी कहानी बता दी। इस पर घटना की सूचना पुलिस को दी गई। वहीं आरोपी पहले ही अपने घर छुट्टियों पर गया हुआ था और काफी दिन बीत जाने के बाद भी वापस नहीं लौटा है। पुलिस अभी तक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

पीड़िता का कहना है कि यह बच्चा उसके साथ हुई ज्यादती की याद दिलाता है। वह उसे अपने गांव भी वापस नहीं लेकर जा सकती, क्योंकि वहां कोई भी ये यकीन नहीं करेगा कि इसमें उसकी गलती नहीं है। चाइल्ड राइट्स कमीशन फॉर प्रोटेक्शन के सदस्य बालकृष्ण गोयल का कहना है कि यदि काउंसलिंग के बाद भी पीड़िता बच्चे को अपनाने से इंकार करती है तो बच्चे को गोद देने की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। वहीं पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़िता को एक एजेंट के माध्यम से झारखंड से गुरुग्राम लाया गया था। पीड़िता ने उसके बाद से अपने घरवालों से भी बात नहीं की है, क्योंकि उनके पास कोई मोबाइल फोन नहीं है। यहां तक कि पीड़िता को तो यह भी मालूम नहीं है कि फिलहाल उसके माता-पिता कहां रह रहे हैं।

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