हरियाणा: चुनावी रंजिश में पांच की हत्या

पलवली गांव की सरपंच के पति ने चुनावी रंजिश में कथित तौर पर दो दर्जन से ज्यादा हथियारबंद लोगों के साथ गांव के ही कन्हैया के घर पर हमला कर पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया और आठ अन्य को घायल कर दिया। इनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। रविवार रात को किए गए इस हमले में मरने वालों में एक ही परिवार के तीन सदस्य और दो पड़ोसी शामिल हैं। पुलिस ने 15 लोगों को खिलाफ नामजद और 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर 12 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सरपंच का परिवार केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का समर्थक है। रात के समय दर्जनों लोगों ने गांव के ही एक परिवार पर हमला किया और ताबड़तोड़ गोलीबारी की जिससे गांव में दहशत फैल गई। हमले की खबर मिलते ही पलवल, गुरुग्राम और फरीदाबाद से बड़ी संख्या में पुलिसबल गांव में भेजा गया और पुलिस आयुक्त सहित कई आला अफसर घटनास्थल पर पहुंचे।

घटना का कारण चुनावी रंजिश है। गांव में हुए पंचायत चुनाव में कन्हैया के परिवार ने सरपंच पद के लिए खड़ी बिल्लू की पत्नी का विरोध किया था। तभी से दोनों परिवारों में रंजिश बनी हुई थी। रविवार को भी कन्हैया परिवार के हरप्रसाद और बिल्लू की कार के आमने सामने आ जाने पर विवाद हुआ था। हरप्रसाद अपनी कार से जा रहा था कि तभी सामने से गांव की महिला सरपंच नेहा का पति बिल्लू भी अपनी कार से उसी रास्ते सामने से आ गया। रास्ता इतना संकरा था कि दोनों गाड़िय़ां एक साथ नहीं निकल सकती थीं। इस बात पर दोनों में कहासुनी भी हुई फिर हरप्रसाद अपनी गाड़ी वापस मोड़ कर दूसरे रास्ते से निकल गया। शाम को घर लौट कर हरप्रसाद ने घटना के बारे में अपने परिवार वालों को बताया था। इसके बाद रात करीब नौ बजे के आसपास हरप्रसाद के पिता कन्हैया, चाचा श्रीचंद, राजेंद्र, चचेरे भाई ईश्वर, ललित, नितेश और परिवार के अन्य लोग इस मसले को लेकर आपस में बातचीत कर रहे थे। बताते हैं कि तभी बिल्लू दो दर्जन से ज्यादा हथियारबंद लोगों के साथ वहां  पहुंच गया। इन लोगों ने आते ही बातचीत कर रहे परिवार के सदस्यों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। हमलावरों की गोली से श्रीचंद (58), राजेंद्र (55)और ईश्वर (32) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 22 वर्षीय ललित, 20 वर्षीय उसका भाई नितेश, कन्हैया, प्रमाली और जर्मन गंभीर रूप से घायल हो गए।

वारदात को अंजाम देने के बाद भी आरोपी वहीं पर जमे रहे। तभी पड़ोस में रहने वाले 30 वर्षीय नवीन और 28 वर्षीय देव उर्फ पिंटू घायलों को उठाने के लिए वहां पहुंचे पर हमलावरों ने उन्हें भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई पर उसके पहुंचने से पहले ही हमलावर मौके से फरार हो गए। घायलों को एशियन अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बताया गया है कि पीड़ित पक्ष की तरफ से बचाव में की गई कार्रवाई से हमलावर पक्ष के भी कुछ लोग घायल हुए है। इन्हें मेट्रो अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। बताया जाता है कि आरोपी पक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर का समर्थक है। इससे पीड़ित पक्ष में गूर्जर के प्रति भी भारी गुस्सा उत्पन्न हो गया है। सोमवार को पोस्टमार्टम के दौरान कृष्णपाल गूर्जर के पुत्र व नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर देवेंद्र चौधरी पीड़ित पक्ष का हाल चाल जाने बीके अस्पताल के शवगृह पहुंचे तो पीड़ित पक्ष के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने देवेंद्र चौधरी को जमकर खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी। बाद में विधायक सीमा त्रिखा और अन्य लोगों ने किसी तरह समझा बुझा कर उन्हें शांत किया।

 

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