यूएन एक्सपर्ट ने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाए तो राष्ट्रपति बोले- नर्क में जा
फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञ को घरेलू मसलों में दखल देने पर धमकी दी है। विशेषज्ञ ने कहा था कि राष्ट्र की न्यायिक स्वतंत्रता खतरे में है। दुतेर्ते ने उससे कहा है कि वह ‘नर्क में जा’ सकता है। पिछले महीने फिलीपींस की सुप्रीम कोर्ट ने प्रधान न्यायाधीश मारिया लॉर्डेस सेरेनो को मतदान के जरिए हटा दिया था। विवादित सरकारी प्रस्तावों के खिलाफ वोट देने के लिए मारिया को दुतेर्ते ने ‘दुश्मन’ कहा था। मारिया की नियुक्ति में धांधली की बात कहते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया। शुक्रवार (1 जून) संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत, डिएगो गारा-सान ने जजों और वकीलों की स्वतंत्रता पर कहा कि मारिया को हटाया जाना अन्य सुप्रीम कोर्ट जजों और न्यायपालिका के सदस्यों के लिए कड़ा संदेश है।
शनिवार को दक्षिण कोरिया की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”उससे (डिएगो) कह दो कि मेरे देश के मामले में टांग न अड़ाए। वह नर्क में जा सकता है।” फिलीपींस के मुखर राष्ट्रपति कई बार अंतरराष्ट्रीय दबाव को दरकिनार कर चुके हैं। विशेष रूप से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और यूएन के विशेष दूत पर दुतेर्ते कई बार अपना गुस्सा जता चुके हैं।
मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने फरवरी में एक रिपोर्ट में कहा था कि फिलिपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते समेत अन्य नेता ‘लाखों लोगों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं।’ दुर्तेते ने कहा है कि वे अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) में उनके खिलाफ दायर की गई शिकायतों से नहीं डरते।
उन्होंने साथ ही कहा कि अगर फिलीपींस के लोगों के हितों की रक्षा करने का मतलब यही है तो वह खुद पर अभियोग चलाए जाने और दोषी ठहराए जाने के लिए तैयार हैं। दुतेर्ते इससे पहले चेतावनी दे चुके हैं कि अगर हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) के सदस्य उनके देश में दाखिल हुए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।